दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों पर उपचुनाव हो रहा है। वोटिंग सुबह 7:30 बजे शुरू हुई, शाम 5:30 बजे तक मतदान होगा। इस चुनाव में 51 उम्मीदवार मैदान में हैं। उपचुनाव का रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा।
इसी साल विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद सीएम रेखा गुप्ता की यह पहली परीक्षा है। वहीं आम आदमी पार्टी सत्ता गंवाने के बाद वापसी की उम्मीद करेगी।
दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 143 मतदान केंद्रों के 580 बूथों पर मतदान किया जा रहा है। ये उपचुनाव ग्रेटर कैलाश, शालीमार बाग बी, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, डिचाओं कलां, नारैना, संगम विहार ए, दक्षित पुरी, मुंडका, विनोद नगर और द्वारका बी वार्डों में कराए जा रहे हैं।
इनमें से 11 सीटें पार्षदों के विधायक बनने के बाद खाली हुई थीं। जबकि द्वारका बी सीट 2024 में खाली हुई थी, जब यहां की पूर्व पार्षद कमलजीत सहरावत ने पश्चिमी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव जीता था।
इसी साल फरवरी में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत हासिल हुई थी। भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 26 साल बाद सत्ता में वापसी की। आम आदमी पार्टी (AAP) को 40 सीटों का नुकसान हुआ और वह 22 सीटों पर सिमट गई।
इस बार भाजपा ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा, 48 सीटें जीतीं। यानी 71% स्ट्राइक रेट के साथ उसकी 40 सीटें बढ़ीं। वहीं AAP स्ट्राइक रेट 31% रहा और उसे 40 सीटों का नुकसान हुआ।
भाजपा+ को AAP से 3.6% ज्यादा वोट मिले, जबकि उसे AAP के मुकाबले 26 सीटें ज्यादा मिलीं। इधर कांग्रेस को दिल्ली में लगातार तीसरे विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली।
पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले भाजपा का वोट शेयर 9% से ज्यादा बढ़ा। AAP को करीब 10% का नुकसान हुआ। कांग्रेस को भले ही एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर 2% बढ़ाने में कामयाब रही।

