गीता फोगाट को दिल्ली पुलिस ने करनाल में रोका, बोलीं- जिसे थाने ले जाना चाहिए वो इंटरव्‍यू दे रहा

Deepak Sharma

गीता फोगाट को दिल्ली पुलिस ने करनाल में रोका, बोलीं- जिसे थाने ले जाना चाहिए वो इंटरव्‍यू दे रहा

नई दिल्ली/जावेद/सुशील/दीपक. यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार रात को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के साथ कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कथित तौर पर ‘हाथापाई’ हुई और अगले दिन गुरुवार को यह मुद्दा पूरी तरह से छाया रहा. एक तरह, पहलवानों ने दिल्ली पुलिस को दोषी ठहराया है, जबकि दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसने सभी काम कानून में दायरे में रहकर किए हैं.

बुधवार को झड़प के कारण कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर पर चोटें आई हैं. पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक सोमनाथ भारती समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) प्रणव तायल ने कहा कि भारती बिना अनुमति के ‘फोल्डिंग’ (मुड़ सकने वाली) चारपाई लेकर प्रदर्शन स्थल पर आए. तायल ने कहा कि इस बारे में सवाल किए जाने पर भारती के समर्थक आक्रामक हो गए और ट्रक से चारपाइयां उतारने की कोशिश करने लगे. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद मामूली कहासुनी हुई तथा भारती और दो अन्य को हिरासत में ले लिया गया.

गीता फोगाट ने दिल्ली पुलिस पर निकाला गुस्सा
दिल्ली आ रहीं महिला पहलवान गीता फोगाट ने दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘अभी भी मेरी गाड़ी को करनाल बाईपास पर आपकी पुलिस ने रोका हुआ है. शर्म आती है ऐसी पुलिस पर. मुझे पुलिस थाने में जाने को बोल रही है. हद हो गई, जिसको थाने में ले जाना चाहिए उसके बढ़कर इंटरव्यू लिये जा रहे हैं.’

किसान नेता सहित 15 लोग हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसने करीब 15 लोगों को हिरासत में लिया है. उन्होंने कहा, ‘किसान संघ के नेता अभिमन्यु कोहाड़ पहलवानों का समर्थन करने के लिए सोनीपत से दिल्ली आ रहे थे.’

जंतर मंतर हंगामें पर मीनाक्षी लेखी ने क्या कहा?
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘सरकार पहलवानों और महिलाओं के मामले में संजीदा है. इसके लिए दो कमेटी भी बनाई गई है, सुप्रीम कोर्ट में भी मामला गया. जांच भी हो रही है, लेकिन जो लोग ईडी, एक्साइज घोटाले और शीश महल में फंसे हुए हैं, ये जब धरने में पहुंचते हैं तो इसकी क्रेडीबिलिटी पर सवाल उठता है. सौरभ भारद्वाज, आदिल, नीरज और संदीप की मीटिंग हुई, पगड़ी के लिए पैसा इकट्ठा हुआ. ऐसी गतिविधियों के लिए जब यह सब होगा तो सवाल उठेगा ही. सोमनाथ भारती घरेलू हिंसा में फंसे हुए व्यक्ति हैं. वे यहां क्या करेंगे.’

‘दिल्ली को चारों तरफ से घेरना पड़ेगा’
इनेलो नेता व ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला जंतर-मंतर पर बैठे खिलाड़ियों को लेकर कुछ बड़ा करने की मंशा रख रहे हैं. उन्होंने तो रोहतक में यहां तक ऐलान कर दिया कि केंद्र सरकार की अक्ल ठिकाने लगाने के लिए दिल्ली को चारों तरफ से घेरना पड़ेगा. यही नहीं, उन्होंने खाप पंचायतों व राजनीतिक दलों से आह्वान किया है कि इस मामले में एक बैठक बुला करके कोई बड़ा फैसला लिया जाना चाहिए, ताकि प्रदेश की बेटियों को न्याय मिल सके.

‘बेटियों को न्याय दिलाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़नी होगी’
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण भाजपा के सांसद हैं, इसलिए केंद्र सरकार उनको बचाने में लगी हुई है, लेकिन प्रदेश की बेटियों को न्याय दिलाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़नी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटियों की इज्जत की बात है. अभय सिंह चौटाला ने कहा, ‘जंतर-मंतर पर बुधवार रात को जिस तरह से धरने पर बैठे खिलाड़ियों के साथ किया गया वह सरासर गलत है. जंतर मंतर अपनी आवाज उठाने के लिए निर्धारित किया गया है. वे भी खिलाड़ियों से बात करेंगे.’ कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के साथ फोटो खिंचवाने से कुछ होने वाला नहीं है और दीपेंद्र हुड्डा तो पहलवानी के लायक भी नहीं है.

दिल्ली पुलिस को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया
दिल्ली पुलिस ने कहा, ‘दिल्ली में सभी जिलों के डीसीपी को अपने जिलों में, खासकर सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट पर रहने को कहा गया है. मध्य दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों पर विशेष ध्यान रखा जाना है, कई जगहों पर बेरिकेड्स लगा दिए गए हैं. पुलिस को कुछ ऐसे इनपुट मिले हैं कि बड़ी संख्या में लोग जंतर-मंतर पहुंच सकते हैं जहां पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं.’

जंतर-मंतर पर हाथापाई के बाद स्वाति मालीवाल ने की पहलवानों से भेंट
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बृहस्पतिवार को यहां जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की. बैठक से पहले मालीवाल ने आरोप लगाया था कि उन्हें पहलवानों से मिलने नहीं दिया जा रहा है. ट्विटर पर उनके द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, उन्हें पुलिसकर्मियों से यह कहते हुए देखा जा सकता है कि वह एक संवैधानिक पद पर हैं और प्रदर्शनकारियों से मिलना चाहती हैं. उनके ट्वीट के जवाब में, नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त ने ट्वीट किया, ‘डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष को एक अधिकारी द्वारा बैरिकेड पर रोक दिया गया था और फिर तुरंत जाने दिया गया. वह वर्तमान में धरना स्थल पर, अंदर हैं. जंतर-मंतर पर व्यक्तिगत प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है.’

‘जो मेडल जीते हैं उसे हम भारत सरकार को वापस कर देंगे’
दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, ‘अगर मेडल का सम्मान ऐसा ही है तो हम इस मेडल का क्या करेंगे. इससे अच्छा तो हम मामूली जिंदगी जी लेंगे और हमने जो मेडल जीते हैं उसे हम भारत सरकार को वापस कर देंगे. धक्का-मुक्की और गाली गलौज के समय पुलिस को नहीं दिखता की ये पद्म श्री हैं, उन्होंने इस सम्मान की लाज नहीं रखी.’

स्वाति मालीवाल ने कहा, दिल्ली पुलिस गुंडागर्दी पर क्यों उतर आई है?
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘लड़कियों से मिलना मेरा सिर्फ हक ही नहीं मेरी ड्यूटी है. मुझे समझ नहीं आ रहा दिल्ली पुलिस मेरी ड्यूटी करने में मुझे सहयोग क्यों नहीं कर रही है. दिल्ली पुलिस गुंडागर्दी पर क्यों उतर आई है? दिल्ली पुलिस बृज भूषण को बचाने के लिए और क्या-क्या करेगी? दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के कहने पर एफआईआर दर्ज़ की है. अभी तक नाबालिग लड़की का बयान तक नहीं लिया गया है. बृजभूषण को गिरफ़्तार करने की जगह दिल्ली पुलिस लड़कियों को परेशान कर रही है.’

जंतर मंतर पर पहुंचे जयंत चौधरी
आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मिलने जंतर मंतर पहुंचे. उन्होंने कहा, ‘जिस हालात में बुधवार रात की घटना हुई वह कोई मामूली घटना नहीं है. हम यहां पर पहलवानों से मिलने आए हैं. राजनीतिक दल से ऊपर उठकर जिन्होंने देश के लिए मेडल जीता है, उनके बारे में सोचना चाहिए कि क्या हो रहा है उनके साथ.’

भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
बुधवार रात को जंतर मंतर पर हुए भारी हंगामे के बाद पुलिस की भारी फ़ोर्स वहां तैनात है. सीआरपीएफ की भी मौजूदगी है. धरना स्थल पर किसी को भी जाने की इजाज़त नहीं है. लोगों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है. खिलाड़ियों ने पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाए हैं.

दिल्ली पुलिस ने रात के हंगामें पर दी सफाई
दिल्ली पुलिस ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस विधि सम्मत प्रदर्शन के अधिकार का सम्मान करती है. कानून सम्मत तरीके से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे किसी भी प्रदर्शनकारी को मिलने से किसी को भी रोका नहीं गया है.’ दरअसल, दिल्ली पुलिस से स्वाति मालीवाल को प्रदर्शन स्थल की तरफ बढ़ने से रोकने के मद्देनजर सवाल पूछा गया था.

एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘कुछ लोगों ने प्रदर्शन स्थल पर चारपाइयां लाने की कोशिश की. जब मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनसे इस बारे में सवाल किया, तो वे आक्रामक हो गए और प्रदर्शनकारियों ने भी उनका साथ दिया. उन्होंने एक पुलिसकर्मी को गलत तरीके से रोका और उस पर नशे में होने का आरोप लगाया, जबकि ऐसा नहीं था. पुलिस कर्मी घटनास्थल पर हैं और स्थिति अब नियंत्रण में है। किसी भी प्रदर्शनकारी को पीटा नहीं गया.’

इस बीच, पूर्व पहलवान राजवीर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “बारिश के कारण गद्दे भीग गए थे, इसलिए हम सोने के लिए ‘फोल्डिंग’ चारपाइयां ला रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी. नशे में धुत पुलिसकर्मी धर्मेंद्र ने विनेश फोगाट से अपशब्द कहे और हमारे साथ हाथापाई की.” उन्होंने कहा, ‘उन्होंने हमें पीटना शुरू कर दिया. बजरंग पूनिया के रिश्तेदार दुष्यंत और राहुल के सिर पर चोटें आई हैं. पुलिस ने चिकित्सकों को भी घटनास्थल पर नहीं आने दिया. यहां तक कि महिला कांस्टेबल ने भी हमारे साथ दुर्व्यवहार किया.’

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