चुनाव आयोग ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गलत और अपमानजनक टिप्पणी करने पर प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
भाजपा ने प्रियंका पर आरोप लगाया था कि उन्होंने मध्य प्रदेश में PM मोदी को लेकर झूठे और असत्यापित बयान दिए।
इसके साथ ही भाजपा ने आम आदमी पार्टी ( AAP) पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर PM मोदी को लेकर अपमानजनक वीडियो पोस्ट किया है।
चुनाव आयोग का नोटिस – प्रियंका और केजरीवाल को चुनाव आयोग का नोटिस
दरअसल, AAP ने 8 नवंबर को अपने X अकाउंट पर PM और गौतम अडाणी को लेकर वीडियो स्टोरी पोस्ट की थी।
इसके अगले दिन यानी 9 नवंबर को आप ने मोदी और अडाणी की फोटो पोस्ट की और आरोप लगाया कि पीएम,
उद्योगपति के लिए काम करते हैं,
लोगों के लिए नहीं।
इन्हीं बातों को लेकर भाजपा ने 10 नवंबर को प्रियंका और केजरीवाल के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी।
आयोग ने 16 नवंबर को रात 8 बजे तक दोनों नेताओं को जवाब देने के लिए कहा है।
चुनाव आयोग का नोटिस- प्रियंका गांधी से जुड़ा मामला क्या है?
भाजपा का आरोप है
कि प्रियंका ने मध्य प्रदेश के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में असत्यापित और झूठे बयान दिए।
इससे जनता को गुमराह करने और प्रधानमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश की गई।
दरअसल, प्रियंका ने सांवेर में कहा था कि मोदी जी जो यह बीएचईएल था,
- जिससे हमें रोजगार मिलते थे,
- जिससे देश आगे बढ़ रहा था,
- इसका आपने क्या किया,
- किसको दे दिया,
- बताएं मोदी जी किसको दे दिया,
अपने बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों को क्यों दे दिया?
इसी बयान झूठा बताते हुए भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत की है।
- चुनाव आयोग का मुख्य कार्य क्या है?
यह निकाय भारत में लोक सभा, राज्य सभा, राज्य विधान सभाओं और देश में राष्ट्रपति एवं उप-राष्ट्रपति के पदों के लिए निर्वाचनों का संचालन करता है। निर्वाचन आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 और बाद में अधिनियमित लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्राधिकार के तहत कार्य करता है।
- चुनाव आयोग का चुनाव आयोग का नोटिस क्या है?
इसके अगले दिन यानी 9 नवंबर को आप ने मोदी और अडाणी की फोटो पोस्ट की और आरोप लगाया कि पीएम,

