ईरान में बंधक बनाए गए चारों गुजरातियों की भारत वापसी हो गई है। ये चारों इलीगल तरीके से ऑस्ट्रेलिया जा रहे थे। इसी दौरान ईरान के तेहरान एयरपोर्ट से इनका अपहरण कर लिया गया था। अपहरकर्ताओं ने इन्हें बंधक बनाकर परिवार वालों से दो करोड़ की फिरौती मांगी थी।
मनसा विधायक जेएस पटेल ने बताया कि चारों मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंच गए थे। अब ट्रेन से गुजरात आएंगे। पटेल ने आगे कहा कि भारत सरकार की मदद से चारों की सकुशल वापसी संभव हो पाई है। वीडियो सामने आने के बाद भारत के कहने पर ईरान सरकार ने चारों को बंधकों को चंगुल छुड़ा लिया।
बाबा नाम के एक शख्स ने इन चारों के परिवार को फोन करके 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। परिवार को एक वीडियो भेजा गया था, जिसमें अपहृत लोगों को न्यूड कर के जमीन पर औंधे मुंह लिटाकर पीटा जा रहा था। अपहृत लोगों में एक महिला और तीन युवक शामिल थे, जिनमें से तीन गांधीनगर जिले के मानसा तालुका के बापूपुरा और एक बड़पुरा का रहने वाला है।
गांव के करीबी सूत्रों ने बताया कि गांव के ही एक एजेंट ने पिछले दिनों दो-तीन यात्रियों को डंकी रूट से अमेरिका भेजा था। यह एजेंट ऑस्ट्रेलिया में घुसपैठ कराने के लिए भी काम कर रहा था। यह बात मालूम होते ही गांव के एक दंपत्ति समेत चार लोगों ने ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए इसी एजेंट के संपर्क में आए थे।
प्लान के मुताबिक, चारों 19 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हुए थे। चारों को बैंकॉक और दुबई होते हुए तेहरान एयरपोर्ट पर उतारा गया था। एयरपोर्ट से निकलते ही चारों का अपहरण कर लिया गया। गौरतलब है कि इससे पहले भी डंकी रूट से विदेश जाने वालों की किडनैपिंग और फिरौती की मांग के मामले सामने आए है।

