फरीदाबाद। सेक्टर-33 स्थित विद्युत मंत्रालय के राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) में ग्रिड-इंडिया के लगभग 40 इंजीनियर ट्रेनी के लिए 11-सप्ताह का इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 19 दिसंबर से 6 मार्च 2026 तक चलेगा। इसका उद्देश्य नवनियुक्त अभियंता प्रशिक्षुओं को विद्युत क्षेत्र, विशेषकर पारेषण प्रणाली एवं ग्रिड संचालन से संबंधित आवश्यक तकनीकी ज्ञान, व्यावहारिक कौशल तथा प्रबंधन दक्षताओं से सुसज्जित करना है, ताकि वे भविष्य में अपनी जिम्मेदारियों का प्रभावी और सुरक्षित ढंग से निर्वहन कर सकें।
इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन एनपीटीआई के महानिदेशक डॉ. हेमंत जैन, ग्रिड-इंडिया के निदेशक (मानव संसाधन) परेश आर. रणपारा, एनपीटीआई के प्रधान निदेशक डा. एस. सेल्वम, एनपीटीआई की प्रधान (प्रशिक्षण) निदेशक डॉ. इंदु महेश्वरी, एनपीटीआई की निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. वत्सला शर्मा एवं प्रोग्राम कॉर्डिनेटर भावना चौधरी ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया।
मुख्य संबोधन में एनपीटीआई के महानिदेशक हेमंत जैन ने देश की विद्युत पारेषण प्रणाली में ग्रिड-इंडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रशिक्षुओं से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
उन्होंने राष्ट्रीय विद्युत क्षेत्र की भावी चुनौतियों एवं सुधारों के अनुरूप उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण हेतु एनपीटीआई की प्रतिबद्धता दोहराई। श्री जैन ने कहा कि एनपीटीआई इंजीनियर ट्रेनी के व्यक्तित्व को निखारने का काम करता है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तकनीकी सत्रों, प्रायोगिक अभ्यासों एवं संवादात्मक गतिविधियों के माध्यम से अभियंता प्रशिक्षुओं के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होगा।
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर डॉ. इंदु महेश्वरी, प्रधान निदेशक (प्रशिक्षण), एनपीटीआई ने स्वागत भाषण देते हुए प्रतिभागियों को एनपीटीआई की प्रशिक्षण गतिविधियों से अवगत कराया और प्रशिक्षण की महत्ता पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात् मुख्य वक्तव्य में डा. एस. सेल्वम, प्रधान निदेशक, एनपीटीआई ने अभियंता प्रशिक्षुओं को निरंतर सीखने, नवाचार और पेशेवर उत्कृष्टता को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर ग्रिड-इंडिया के निदेशक (मानव संसाधन) परेश आर. रणपारा ने कहा कि यह इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम अभियंता प्रशिक्षुओं के करियर की मजबूत नींव रखेगा तथा उन्हें संगठन की कार्य संस्कृति और तकनीकी अपेक्षाओं से परिचित कराएगा। उन्होंने पावर सेक्टर में हो रहे बदलावों को चुनौती के रूप में लेने की सलाह भी दी। कार्यक्रम का समापन एनपीटीआई की निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. वत्सला शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी अतिथियों, प्रशिक्षुओं और आयोजन टीम के प्रति आभार व्यक्त किया।

