ऑपरेशन सिंदूर पर भाजपा सरकार का समर्थन करने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर लगातार अपनी ही पार्टी के नेताओं की आलोचना का सामना कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने इस पर सफाई दी और कहा कि आलोचक और ट्रोल्स उनके विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। हालांकि, उसने किसी का नाम नहीं लिया।
थरूर ने X पर एक पोस्ट में लिखा- ‘LoC के पार भारतीय वीरता के बारे में मेरी कथित अज्ञानता पर भड़कने वाले कट्टरपंथियों को मैं बताना चाहता हूं कि मैं स्पष्ट रूप से केवल आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध के बारे में बोल रहा था, न कि पिछले युद्धों के बारे में। लेकिन हमेशा की तरह मेरे शब्दों और विचारों को तोड़ा-मरोड़ा गया।’
दरअसल, मंगलवार को थरूर ने पनामा में 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 के बालाकोट एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत सरकार की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि हाल के सालों में आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख बदला है। पहले ऐसा नहीं होता था।
कांग्रेस नेता ने थरूर से पूछा- इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?
थरूर के बयान पर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने X पर पोस्ट में लिखा, ‘मैं PM मोदी से कहूंगा कि वे आपको भाजपा का सुपर प्रवक्ता घोषित कर दें या भारत आने से पहले ही विदेश मंत्री घोषित कर दें। आप कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को यह कहकर कैसे बदनाम कर सकते हैं कि PM मोदी से पहले भारत ने कभी भी LOC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार नहीं की। जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया, उसके प्रति आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?
उदित राज के अलावा भी कांग्रेस के कई नेता थरूर की आलोचना कर चुके हैं। थरूर ने 8 मई को कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान और दुनिया के लिए मजबूत संदेश है। भारत ने 26 बेकसूर नागरिकों की मौत का बदला लेने के लिए सटीक कार्रवाई की। थरूर के इस बयान के बाद से ही कांग्रेस के कई नेता उनसे नाराज चल रहे हैं।
दिल्ली में 14 मई को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में पार्टी के नेताओं ने थरूर की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि यह निजी विचार व्यक्त करने का समय नहीं है, बल्कि पार्टी के आधिकारिक रुख को स्पष्ट करने का समय है। कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, लेकिन लोग अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं। इस बार थरूर ने लक्ष्मण रेखा पार कर ली है।

