महाराष्ट्र में वोट चोरी के मुद्दे को लेकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे समेत महाविकास अघाड़ी (MVA) के नेताओं ने बुधवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुंबई में मुलाकात की। MVA के नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि राज्य के कई जिलों में एक वोटर का नाम कई बूथ और तहसील में दर्ज हैं।
एनसीपी (शरद पवार) गुट के नेता जितेंद्र अहवाड़ ने कहा कि एक घर में 4 वोटर रहते हैं लेकिन लिस्ट में नाम 4 से ज्यादा के हैं। कई जिलों से ऐसी शिकायतें आई हैं। उन्होंने कागज दिखाते हुए कहा कि लातूर, नांदेड़ सहित कई जिलों में ऐसी शिकायतें आई हैं।
हमने पूरी जानकारी चुनाव आयोग को दे दी है। अब उनके जवाब का इतजार कर रहे हैं। ये बोगस वोट ही महायुति को जिताते हैं। महाराष्ट्र में एसआईआर का भी क्या फायदा? भाजपा अपने तरीके से हर सिस्टम सेट कर रही है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग की और ‘वोट चोरी’ के आरोपों की जांच की मांग की। वहीं स्थानीय निकाय चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराने की भी मांग की।
2024 के विधानसभा चुनावों से पहले MVA ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर बताया था कि भाजपा वोटर लिस्ट में लोगों के नाम जोड़ रही है। हमने स्पष्ट रूप से कहा था कि जब तक ये खामियां दूर नहीं हो जातीं, चुनाव नहीं कराए जाने चाहिए।
31 जुलाई तक 18 वर्ष की आयु पूरी करने वालों को ही वोट देने की परमिशन होगी। हमें लास्ट डेट 31 जुलाई मंजूर नहीं है। जब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला, तो हमने भाजपा नेताओं को भी बुलाया, लेकिन वे बैठक में शामिल नहीं हुए।

