NIA रेड के खिलाफ PFI समर्थकों का प्रदर्शन: पुणे में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए

Deepak Sharma

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देश भर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) कार्यालयों पर छापेमारी के बाद इस संगठन के समर्थक जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के पुणे में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि पर राष्ट्र-विरोधी नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे

जानकारी के मुताबिक, NIA की टीम ने महाराष्ट्र के पुणे में PFI के ऑफिस पर छापेमारी की। इस दौरान PFI समर्थक कलेक्टर ऑफिस पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करने लगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान वहां मौजूद कुछ कार्यकर्ता देश विरोधी नारे लगाने लगे।

पुणे में विरोध प्रदर्शन के कुछ वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें कुछ लोग ‘अल्लाह हू अकबर’ के साथ ही ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। साथ ही बिना अनुमति प्रदर्शन करते के आरोप में 60-70 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है, जिसका नाम रियाज सैय्यद बताया गया है।

शिंदे बोले- शिवाजी महाराज की भूमि पर राष्ट्र-विरोधी नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि पर राष्ट्र-विरोधी नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने ट्वीट किया- पुणे में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। पुलिस निश्चित रूप से उचित कार्रवाई करेगी, लेकिन शिवाजी की भूमि पर इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

फणडवीस बोले- आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
इस मामले में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फणडवीस की प्रतिक्रिया सामने आई है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में और भारत में अगर कोई नापाक इरादों से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाएगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने बीते गुरुवार की रात 15 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 93 ठिकानों पर छापेमारी की। टेरर फंडिंग केस में हो रही इस कार्रवाई में PFI से जुड़े 106 सदस्यों को अरेस्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार होने वालों में संगठन प्रमुख ओमा सालम भी शामिल है।

NIA के सूत्रों ने बताया- 5 मामलों में 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये PFI नेता, कैडर आतंकवाद और आतंकवादी गतिविधियों के लिए पैसे, हथियार चलाने के ट्रेनिंग देने वाले लोग हैं। ये लोगों को प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाने का काम करते थे।

इन राज्यों में हुई कार्रवाई
NIA और ED की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी और राजस्थान में चली। कार्रवाई के बीच गृह मंत्रालय में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग हुई। मीटिंग में NSA अजीत डोभाल, गृह सचिव अजय भल्ला और NIA के महानिदेशक मौजूद रहे।

छापेमारी की 3 बड़ी वजहें…
1. राज्यों में टेरर फंडिंग करने का आरोप: NIA अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और हैदराबाद में आतंकी गतिविधि बढ़ाने के लिए भारी संख्या में टेरर फंडिंग की गई है। लिंक खंगालने के बाद जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई की।
2. ट्रेनिंग कैंप लगाने का आरोप: NIA को सूचना मिली थी कि कई राज्यों में पिछले कुछ महीनों से PFI बड़े स्तर पर ट्रेनिंग कैंप लगा रही है। इसमें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ लोगों का ब्रेनवॉश भी किया जा रहा था।

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