राहुल गांधी के फ्यूचर में प्रधानमंत्री बनने वाले सैम पित्रोदा के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पित्रोदा अगर सच में राहुल के अंदर पीएम की छवि देखते हैं तो पहले उन्हें बोलना सिखाएं।
भाजपा सांसद ने आगे कहा- राहुल विदेश जाकर भारत की खिल्ली उड़ाते हैं। वे यहां के लोकतंत्र, मीडिया और न्यायपालिका पर बाहर जाकर सवाल खड़े करते हैं। पित्रोदा को उन्हें होमवर्क कराना चाहिए कि कब और कहां, कैसे बोलना है।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने 4 सितंबर (बुधवार) को कहा था कि राजीव गांधी की तुलना में उनके बेटे राहुल गांधी ज्यादा समझदार हैं। वे समझदार होने के साथ-साथ एक बेहतर रणनीतिकार भी हैं। राहुल में फ्यूचर प्रधानमंत्री के सारे गुण हैं।
सैम पित्रोदा ने शिकागो से न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में कहा कि राहुल की एक गलत इमेज बनाई गई थी। उन्हें बदनाम करने के लिए लाखों-करोड़ों डॉलर खर्च किए गए। मीडिया में जो राहुल की इमेज थी, वह एक प्लान्ड कैंपेन पर आधारित थी। राहुल काफी पढ़े-लिखे हैं। लोगों ने कहा कि वे कभी कॉलेज नहीं गए। उनके बारे में झूठी बातें कहीं गईं।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अब राहुल की वैसी छवि सामने आ रही है, जैसे वे सच में हैं। उनकी दो भारत जोड़ो यात्राओं ने इसमें काफी मदद की। मैं इसका श्रेय राहुल को देता हूं। उन्होंने लंबे समय तक इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी और बच गए। कोई और रहता तो बच नहीं पाता।
किसी व्यक्ति, उसके परिवार, उसकी विरासत, उसकी पार्टी के चरित्र पर दिन-रात हमला करना बुरा है। ये मतलबी लोग हैं जो जानबूझकर झूठ बोलते हैं, धोखा देते हैं और व्यक्तियों के बारे में तरह-तरह की बातें कहते हैं। हालांकि अब जनता को यह एहसास होने लगा है कि मीडिया पर किसी का कंट्रोल है। लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए खबरें बनाई जाती हैं। झूठ सामने आ रहा है।’
पित्रोदा ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और राहुल गांधी के बीच समानताओं और फर्क के सवाल पर कहा, ‘मैंने कई प्रधानमंत्रियों जैसे राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह, वीपी सिंह, चंद्रशेखर और एचडी देवगौड़ा के साथ काम किया है।
मुझे कई पूर्व PM को बहुत करीब से देखने का मौका मिला, लेकिन राहुल और राजीव के बीच शायद यही अंतर है कि राहुल ज्यादा बौद्धिक, विचारक हैं। राजीव थोड़े ज्यादा कर्मशील थे। उनका DNA एक जैसा है। लोगों के लिए उनकी चिंताएं और भावनाएं एक जैसी हैं। वे सच में बहुत सरल लोग हैं। उनकी अपनी कोई निजी जरूरतें नहीं हैं।’
पित्रोदा बोले- राहुल ने दादी और पिता की मौत का सदमा झेला
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘राहुल और राजीव अलग-अलग समय, साधनों, अनुभवों की उपज हैं। राहुल अपने जीवन में दो बड़े सदमे से गुजरे हैं। उन्होंने अपनी दादी और अपने पिता की मौत देखी। राहुल और राजीव का सफर अलग-अलग है।
कांग्रेस ने जिस भारत की कल्पना की थी और पार्टी का हर नेता उसमें विश्वास करता है, वह एक ऐसा भारत है, जिसकी कल्पना कांग्रेस पार्टी ने की थी और पार्टी का हर नेता उसमें विश्वास करता है। नरसिम्हा राव इसमें विश्वास करते थे, खड़गे इसमें विश्वास करते हैं। कांग्रेस के हम सभी नेताओं का सामूहिक रूप से यह काम है कि हम उस भारत का निर्माण करें, जिसकी परिकल्पना हमारे संस्थापकों ने की थी।’

