पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से की जा रही सार्वजनिक बयानबाजी से राहुल गांधी काफी नाराज बताए जा रहे हैं। पंजाब कांग्रेस का झगड़ा सुलझाने के लिए बनी सुलह समिति ने भी सिद्धू की ओर से कैप्टन पर खुलेआम हमले और उनकी आलोचना पर सख्त नाराजगी जताई है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को दिल्ली पहुंचे थे। मंगलवार को उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की ओर से बनाई गई तीन सदस्यीय सुलह कमेटी से मुलाकात की। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई वाली इस समिति के साथ कैप्टन की मुलाकात करीब डेढ़ घंटे चली। कमेटी में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल भी शामिल हैं।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक समिति की ओर से कैप्टन से विधायकों का दिल जीतने की बात कही गई है। उन्हें विधायकों के काम करके उनकी नाराजगी दूर करने को भी कहा गया। समिति के सदस्यों ने कहा कि चूंकि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए समय रहते विधायकों की नाराजगी दूर किया जाना जरूरी है।
सुझावों पर अमल करने को कैप्टन तैयार
सूत्रों के मुताबिक कैप्टन ने समिति की ओर से दिए गए सुझावों पर अमल करने की बात कही है। उन्होंने कमेटी से वादा किया कि वे नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश करेंगे। असंतुष्ट नेता नवजोत सिंह सिद्धू गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और ड्रग्स मामले को लेकर लगातार हमलावर हैं। कैप्टन ने इन दोनों मामलों में तेजी से कार्रवाई करने की भी हामी भरी है।
सिद्धू की बयानबाजी से नेतृत्व नाराज
इस बीच कैप्टन से नाराज नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमले शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि पंजाब में दो ही राजघराने बदल-बदल कर राज्य करते रहे हैं। हालांकि उन्होंने इन घरानों का नाम नहीं लिया मगर उनका साफ तौर पर इशारा कैप्टन और बादल घराने की ओर था।