लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को हरियाणा और महाराष्ट्र में 2009 से 2024 के दौरान हुए चुनावों का डेटा शेयर करने के चुनाव आयोग के फैसले की सराहना की। राहुल ने पूछा कि क्या चुनाव आयोग डिजिटल फॉर्मेट में डेटा सौंपने की तारीख बता सकता है।
राहुल ने यह सवाल X पर एक पोस्ट के जरिए पूछा। उन्होंने 7 जून को पब्लिश एक मीडिया रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसमें दावा किया गया है कि चुनाव आयोग ने 2025 की शुरुआत में दिल्ली हाईकोर्ट को 2009 से 2024 तक हरियाणा और महाराष्ट्र के वोटर्स लिस्ट का डेटा शेयर करने का आश्वासन दिया था।
हालांकि, चुनाव आयोग की ओर से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। राहुल ने शनिवार को देश के दो दैनिक अखबारों में अपने लेख के जरिए 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से जवाब मांगा था। आयोग के सूत्रों ने रविवार को कहा कि वह तभी जवाब देगा जब राहुल उन्हें डायरेक्ट लेटर लिखेंगे।
राहुल ने कहा था- महाराष्ट्र की तरह बिहार में मैच फिक्सिंग होगी
राहुल गांधी ने अखबारों में अपने लेख में कहा था कि- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की गई थी, जिसमें पहले से भाजपा की जीत तय करने की पूरी कोशिश की गई। भाजपा और उसके सहयोगियों ने चुनाव जीतने के लिए 5 स्टेप की प्लानिंग की थी।
राहुल ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र की तरह ही मैच फिक्सिंग अगली बार बिहार में होगी, फिर किसी भी राज्य में जहां भाजपा हारती दिख रही हो।’ हालांकि, चुनाव आयोग ने राहुल के दावों को निराधार करार दिया और कहा कि चुनाव के फैसले पक्ष में नहीं आने के बाद ऐसे आरोप लगाना बेतुके हैं।
इसके बाद राहुल ने चुनाव आयोग के जवाब देने के तरीके पर भी सवाल उठाए। राहुल ने शनिवार रात X पर पोस्ट कर लिखा, ‘आप (चुनाव आयोग) एक संवैधानिक संस्था हैं। बिना साइन और टालमटोल वाले नोट जारी करके गंभीर सवालों के जवाब देने का तरीका सही नहीं है। अगर आपके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो मेरे लेख में दिए गए सवालों के जवाब दें और इसे साबित करें।’

