कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर मोदी जी चुप क्यों हैं। आपकी सरकार प्रदूषण रोकने के लिए न तो कोई तुरंत कार्रवाई कर रही, न ही कोई योजना और जवाबदेही दिखा रही है।
उन्होंने X पर दिल्ली की महिलाओं के साथ प्रदूषण पर बातचीत का वीडियो शेयर किया। साथ में लिखा- मैं जिस भी मां से मिलता हूं, वो कहती हैं कि उनका बच्चा जहरीली हवा में सांस लेकर बड़ा हो रहा है। लोग थके, डरे हुए और गुस्से में हैं। मोदी जी भारत के बच्चे हमारे सामने घुट रहे हैं।
राहुल ने 1 दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में प्रदूषण पर विस्तार से चर्चा की मांग की। साथ ही कहा कि इस हेल्थ इमरजेंसी से निपटने के लिए एक सख्त और तुरंत लागू करने वाले एक्शन प्लान की जरूरत है। हमारे बच्चों को बहाने नहीं बल्कि साफ हवा चाहिए।
आगे कहा कि जहरीली हवा से छोटे-छोटे बच्चे फेफड़ों, दिल और मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। लेकिन इतनी भयावह राष्ट्रीय आपदा के बीच भी मोदी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है और समय तेजी से हमारे हाथों से फिसल रहा है। भारत को तुरंत इस पर गंभीर चर्चा और निर्णायक कार्रवाई चाहिए – ताकि हमारे बच्चे साफ़ हवा तक के लिए संघर्ष न करें, बल्कि एक ऐसे भारत में बड़े हों जो उन्हें सेहत, सुरक्षा और उभरने का पूरा आसमान दे सके।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों की तबीयत बिगड़ रही है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है। CJI सूर्यकांत भी इससे प्रभावित दिखे। उन्होंने बुधवार को SIR पर चल रही सुनवाई के दौरान इसका जिक्र किया।
CJI ने कहा था- मैं मंगलवार शाम को एक घंटा टहला। प्रदूषण की वजह से मेरी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने कहा, हमें जल्द इसका हल निकालना होगा।दिल्ली-NCR में 26 नवंबर को हवा की गुणवत्ता में हल्के सुधार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रैप-3 की पाबंदियों को हटा लिया। इसके साथ ही दिल्ली में आधे कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की सुविधा और वाहनों पर लगी पाबंदियां खत्म कर दी गई हैं।
साथ ही स्कूलों में चल रहीं हाइब्रिड मोड क्लास भी अब बंद कर दी गई हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने CAQMके निर्देशों के बाद 50 फीसदी वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था खत्म होने की बात कही है।
CAQM के अनुसार, पिछले कुछ दिनों के AQI डेटा की समीक्षा की गई। दिल्ली का AQI लगातार सुधार पर है। बुधवार को AQI 327 दर्ज किया गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है लेकिन गंभीर श्रेणी से नीचे है।
दिल्ली में 11 नवंबर को ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू कर दी गई थीं। इनमें मुख्य तौर पर बीएस-3 तक के चार पहिया वाहनों के दिल्ली-NCR में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।

