अयोध्या भारत की विरासत, परंपरा, सांस्कृतिक इतिहास और धार्मिक मूल्यों में गहरे तक धंसा हुआ है। अयोध्या वीतरागी है। अयोध्या की कलकल बहती सरयू की धार में एक तरह की निसंगता है। भक्ति में डूबी अयोध्या का चरित्र अपने नायक की तरह ही धीर, शांत और निरपेक्ष है। जाद भारत में अयोध्या को लेकर बेइंतहां बहसें हुईं। साथ ही अयोध्या का जिक्र होता है तो राम मंदिर आंदोलन का भी जिक्र होता है। साथ ही एक नारे का भी राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। लेकिन अक्सर विरोधियों की तरफ से तंज भरे स्वर कटाक्ष करते हुए कहा जाता था कि ‘तारीख नहीं बताएंगे’। लेकिन रमालला के नाम जमीन के हक पर हस्ताक्षर के साथ ही वो तारीख भी आ गई जिसकी प्रतीक्षा प्रमु राम के वनवास से भी बड़ी हो गई थी।
मंदिर वहीं बन रहा, तारीख भी आ गई, इस दिन राम लला गर्भगृह में होंगे विराजमान
इस न्यूज़ पोर्टल अतुल्यलोकतंत्र न्यूज़ .कॉम का आरम्भ 2015 में हुआ था। इसके मुख्य संपादक पत्रकार दीपक शर्मा हैं ,उन्होंने अपने समाचार पत्र अतुल्यलोकतंत्र को भी 2016 फ़रवरी में आरम्भ किया था। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस नाम को मान्यता जनवरी 2016 में ही मिल गई थी ।
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