जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में शनिवार को सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। भारतीय सेना को नियंत्रण रेखा (LoC) के पार से शुक्रवार को घुसपैठ की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया था।
भारतीय सेना की यूनिट चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों की जवाबी फायरिंग में दो आतंकी मारे गए। ऑपरेशन अभी जारी है। सेना ने इसे ‘ऑपरेशन पिंपल’ नाम दिया है।
मारे गए आतंकियों की पहचान या उनके संगठन की जानकारी अभी नहीं मिली है। इससे पहले 5 नवंबर को किश्तवाड़ जिले के छत्रू इलाके में मुठभेड़ हुई थी। आतंकियों की फायरिंग से एक जवान घायल हो गया था।
कुपवाड़ा में मुठभेड़ के बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) ने शनिवार को घाटी की कई जेलों में छापा मारा। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान अगर कुछ भी अवैध बरामद होता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने इसे नियमित जांच का हिस्सा बताया और कहा कि इंटरनल सिक्योरिटी को मजबूत करने और जेल सुविधाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है। ताकि जेलों के अंदर कोई गैरकानूनी गतिविधि न हो।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 13 अक्टूबर को सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया था। यह ऑपरेशन भारत-पाकिस्तान बॉर्डर (LOC) के पास कुंबकडी के जंगल में चला था। आतंकियों ने यहां से घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम किया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद सेना की लगातार कार्रवाई जारी है। LoC पर सीमा पार से घुसपैठ की कई कोशिशें नाकाम की गई हैं। इंटरनेशनल बॉर्डर पर निगरानी और सर्च ऑपरेशन को और मजबूत किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हमले में आतंकियों ने 26 टूरिस्ट्स की हत्या की थी। इसके बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। दोनों देशों के बीच 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी।

