महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तबीयत बिगड़ने के बाद सोमवार को उन्हें मुंबई के रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हार्ट आर्टरीज में ब्लॉकेज की जांच हुई है। कहा जा रहा है कि 12 अक्टूबर को दशहरा रैली के बाद से ही उनकी तबीयत ठीक नहीं है।
वहीं, शिवसेना (UBT) नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने X पर जानकारी दी- आज सुबह उद्धव ठाकरे जी ने सर एचएन रिलायंस अस्पताल में प्री-प्लांड चेकअप कराया। आपकी शुभकामनाओं के साथ सब ठीक है। वे काम करने और लोगों की सेवा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
2 बार हो चुकी है एंजियोप्लास्टी, 100% ब्लॉकेज था
2012 में दो बार उद्धव ठाकरे की एंजियोप्लास्टी हो चुकी है। 16 जुलाई, 2012 को सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें बांद्रा के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में पता चला था कि उनके हार्ट की तीन मेन आर्टरी में से दो में 100% ब्लॉकेज था।
इसके बाद डॉक्टर ने दो एंजियोप्लास्टी कराने की सलाह दी थी। तब 20 जुलाई को पहली बार उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी। उनकी हार्ट आर्टरीज में आठ स्टेंट डाले गए थे। इसके बाद नवंबर, 2012 में दूसरी बार एंजियोप्लास्टी हुई।
इस बार लेफ्ट एंटीरियर डिसेंडिंग (LAD) आर्टिलरी में ब्लॉकेज हटाने के लिए ऑपरेशन हुआ था। मेडिकल रिपोर्ट से पता चला था कि इस आर्टरी में करीब 60% तक ब्लॉकेज था।
उद्धव बोले- शिवाजी महाराज महायुति के लिए वोट बैंक हैं
दशहरा रैली में उद्धव ने कहा था कि हम असली शिवसेना हैं और बाला साहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है। मैं RSS प्रमुख मोहन भागवत का सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे उनके विचार पसंद नहीं हैं। वो कह रहे हैं कि हिंदुत्व को बचाने के लिए एक साथ आओ, आपने या मोदी ने पिछले 10 सालों में हिंदुत्व को क्यों नहीं बचाया।
स्वर्गीय रतन टाटा को याद करते हुए उद्धव ने कहा- वे एक बार मेरे घर आए थे और ‘मातोश्री’ से लौटने के बाद उन्होंने मुझसे कहा था कि उद्धव तुम्हारे और मेरे पीछे एक विरासत और परम्परा है, जिसे हमें आगे ले जाना है। रतन टाटा के पास उनके पिता की विरासत है और मेरे पास मेरे पिता बाला साहेब ठाकरे की विरासत है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार सिर्फ 10 मिनट के भीतर ही कैबिनेट मीटिंग छोड़कर चले गए। मीटिंग 10 अक्टूबर को हुई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पवार के बैठक से चले जाने के बाद 38 फैसले लिए गए।

