4 दिसंबर को शुरू हुआ 17वीं लोकसभा का चौदहवां सत्र गुरुवार को निर्धारित समय से एक दिन पहले अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। यह सत्र काफी ऐतिहासिक रहा।
13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध के बाद विपक्ष ने सदन के अंदर जमकर हंगामा किया। इसके चलते लोकसभा और राज्यसभा से रिकॉर्ड 146 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया।
वहीं गुरुवार को सत्र के समापन पर स्पीच देते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा- सत्र में 14 बैठकें हुईं, जो लगभग 61 घंटे और 50 मिनट तक चलीं।
ओम बिरला ने बताया कि इस सत्र में सदन की प्रोडक्टिविटी (तय समय में कितना कामकाज हुआ) 74 परसेंट थी। सत्र के दौरान 12 सरकारी विधेयक पेश किए गए और 18 बिल पास किए गए।
ओम बिड़ला ने यह भी बताया कि, शीतकालीन सत्र के दौरान 55 सवालों का जवाब दिया गया। नियम 377 के तहत कुल 265 मामले उठाए गए। लोकसभा स्पीकर ने सदन को बताया कि लगभग 1930 कागजात सदन के पटल पर रखे गए।
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर 13 दिसंबर को लोकसभा में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब विजिटर्स गैलरी से 2 युवक अचानक नीचे कूद गए। उस समय लोकसभा में बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। युवक सदन की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़ने लगे। इसी बीच उन्होंने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा। इस पूरे मामले में पुलिस ने छह लोगों को अरेस्ट किया।

