फरीदाबाद, 29 जून। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में चिकित्सकों ने दिल्ली निवासी 14 वर्षीय धुरुव के सीने से सफलतापूर्वक विशाल ट्यूमर को निकाल उसके फेफड़ें को क्षतिग्रस्त होने से बचाया। ट्यूमर के निकलने पर मरीज को बहुत राहत मिली। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद में लंग ट्रांसप्लांट एंड थोरेसिक सर्जरी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. कामरान अली ने बताया कि हमारे पास नॉर्थ दिल्ली से छाती में बाएं तरफ फेफड़ें के नजदीक साढ़े तीन किलोग्राम के ट्यूमर के साथ एक किशोर (टीनेजर) आया। यह ट्यूमर 25×30 सेंटीमीटर बड़ा था। एक साल के अंदर मरीज का लगभग 8-10 किलोग्राम वजन कम हो गया था। लगभग 10 दिन पहले बच्चे को खाना निगलने की समस्या शुरू हुई थी।
सीटी स्कैन कराने पर हमें पता चला कि ट्यूमर दोनों फेफड़ों के बीच और हार्ट के ऊपर वाले हिस्से से निकलते हुए बाएं तरफ की छाती में घुसा हुआ था। ट्यूमर ने बाएं तरफ के फेफड़ें को पूरी तरह पिचकाया हुआ था और हार्ट, खाने की नली को छाती की दाएँ तरफ धकेल दिया था।

