गृहमंत्री अनिल विज ने मामले को तुरंत हरियाणा अपराध शाखा को रैफर किया और आश्वासन दिया कि जल्दी इस पर कारवाई होगी।
फरीदाबाद। शहीद-ए-आजम भगत सिंह को संगरूर(पंजाब) से लोकसभा सांसद सिमरणजीत सिंह मान द्वारा आतंकवादी कहे जाने के विरोध में आज शहीद भगत सिंह बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं शहीद भगत सिंह पौत्र यादवेन्द्र सिंह सन्धू अपने बिग्रेड के सदस्यों के साथ हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से उनके अंबाला स्थितनिवास पर मिले और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। यादवेन्द्र सिंह सन्धू ने $$गृहमंत्री को बताया कि सिमरणजीत सिंह मान के बयान से हमारी ब्रिगेड जोकि पुरे भारतवर्ष में है दुखी और आहत है व उसके सम्मान को ठेस पहुंची हैं। इसलिए उपरोक्त लोकसभा सांसद सिमरणजीत सिंह के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही कर उसे सलाखों के पीछे भेजा जाए।
यादवेन्द्र सिंह ने बताया कि पूरे भारतवर्ष के एनसीआरटी की स्कूल की किताबो व सेलेबस में शहीद ए – आजम भगत सिंह को सम्मान के साथ दर्शाया गया हैं। शहीद-ए-आजम भगत सिंह के देश के प्रति बलिदान को देखते हुए विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन में 15 अगस्त 2008 को शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 18 फुट ऊचा कांसे की प्रतिमा को स्थापित किया गया और दर्शाया गया है कि करोडों भारतीयों की आजादी के लिए ये एक सच्चे देश भक्त व देश के सच्चे सिपाही के रूप में हैं। आज के समय में भी देश भर कई गाँव, सडक़े और चौक के नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर दर्ज है।
दिनांक 14.07.2022 को सिमरणजीत सिंह मान ने हरियाणा के करनाल में एक लोकल मीडिया पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा कि शहीद भगत सिंह ने अंग्रेजी पुलिस ऑफिसर को मारा था और यह भी कहा था कि उन्होंने अमृतधारी सिक्ख सिपाही चन्ना सिंह को भी मारा था और साथ में यह भी कहा कि शहीद भगत सिंह ने नैशनल एसेंबली में बम फेका था। सिमरणजीत सिंह मान ने पत्रकार से सवाल किया कि आप बताओं कि क्या शहीद भगत सिंह आंकतवादी था या नहीं। और साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने कई लोगो को मारा था ये काम आतंकवादी के है।
उक्त गलत व शर्मनाक ब्यानबाजी की वजह से भारतवर्ष के लोगो की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची हैं। इसलिए राष्ट्रीय शहीद के नाम को धूमिल करने तथा उनके वयक्तितित्व को गलत रूप से समाज के सामने प्रस्तुत करने हेतु सिमरणजीत सिंह मान के खिलाफ हम कड़ी से कड़ी कार्रवाही की मांग करते है। गृहमंत्री अनिल विज ने मामले को तुरंत हरियाणा अपराध शाखा को रैफर किया और यादवेन्द्र सिंह को आश्वासन दिया कि जल्दी इस पर कारवाई होगी और परिणाम आपके सामने होगें।