फरीदाबाद। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव औमप्रकाश धनखड़ महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह की प्रतिमा अनावरण समारोह में भागीदार बने।
उन्होंने उपस्थित जन को संबोधित करते हुए कहा कि राजा नाहर सिंह ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अपनी बहादुरी और युद्ध कौशल से अंग्रेजी सेना को हराया।
ऐसे महान शूरवीर की प्रतिमा बल्लबगढ़ के दशहरा मैदान में स्थापित होने से आने वाली पीढिय़ों में देश भक्ति का जज्बा और जुनून पैदा करती रहेगी।
धनखड़ ने 52 पाल की सरदारी का अभिनंदन करते हुए कहा कि राजा नाहर सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा अनावरण में भागीदार बनना ही अपने आप में गौरव व गर्व की अनुभूति होती है।
52 पाल की सरदारी ने देश के महान सपूत की प्रतिमा स्थापित कर प्रशंसनीय कार्य किया है।
धनखड़ ने महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नाहर सिंह को नमन और 52 पाल की सरदारी का अभिनंदन करते कहा कि मात्र 18 वर्ष की आयु में 1939 में राजा नाहर सिंह ने राजा का दायित्व संभाला, जब दुनिया की शक्तिशाली अंग्रेज सेना दिल्ली की तरफ बढ़ रही थी। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम उनकी बहादुरी को देखते हुए दक्षिण हरियाणा की ओर दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई।
उन्होंने अंग्रेजी सेना को बुरी तरह से हरा दिया। अंग्रेज उनके पराक्रम से परास्त हुए और षडय़ंत्र के तहत दिल्ली बुलाया और महान योद्धा जब नहीं झुके तो उनको धोखे से फंसी दे दी गई।
ऐसे महान योद्धा इतिहास में कम ही मिलते है जिन्होंने राजकाज की चिंता न करते हुए मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया।

