Palwal/ अतिरिक्त जिला उपायुकत कि अध्यक्षता मे जिला मलेरिया वर्किंग कमेटी की मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमे स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग, और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे जिसमे उन्होंने मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम मे भाग लेने के निर्देश दिए अतिरिक्त उपायुक्त ने मलेरिया उन्मूलन के लिए सामुदायिक जागरूकता, समयबद्ध जांच, उपचार, और मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपायों पर जोर दिया।
बैठक में मलेरिया मुक्त जिला बनाने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई, जिसमें नियमित निगरानी, प्रशिक्षण, और जन जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं।सिविल सर्जन डॉक्टर जय भगवान जाटान ने बताया की गर्मी का मोसम शुरु हो गया है सर्दी के मौसम की अपेक्षा गर्मी के मौसम मे मच्छर ज्यादा सक्रिय होता है मलेरिया व डेंगू के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर- घर जाकर मच्छर के लार्वा की जांच कर रही है और बुखार आने पर मलेरिया, डेंगू की जांच के लिए लोगो को जागरूक कर रही है सिविल सर्जन ने बताया कि सिविल हॉस्पिटल पलवल में डेंगू व् मलेरिया की मुफ्त जाँच उपलब्ध है कोई भी बुखार का मरीज डेंगू व् मलेरिया की जाँच करा सकता है| इसके साथ- साथ उन्होंने बताया कि पानी जहाँ भी जमा हो जाता है वहाँ पर मलेरिया व डेंगू फ़ैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है इसलिए समुदाय में लोग अपने घरो व् दफ्तरों के आप- पास पानी एकत्रित न होने दे, अगर पानी के निकासी की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल व मिट्टी का तेल डाल दे जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाए ।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ नवीन गर्ग ने सभी आम जन से सप्ताह में प्रत्येक रविवार को समुदाय में ड्राई डे मनाने के लिए अपील की है I जिसके दौरान घरो मे रखे कूलर व् छतो पर रखी टंकियो को रगड़कर साफ़ करे व पीने के पानी को ढक कर रखे व् फ्रिज की ट्रे को सप्ताह में एक बार जरूर साफ़ करे अगर साफ़ करना संभव न हो तो उसमे सरसों का तेल व् एक ढक्कन पेट्रोल भी डाल सकते है जिससे बीमारी फ़ैलाने वाले मच्छर का लार्वा मर जाए | इसके लिए स्वस्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर पानी के स्त्रोतों की लगातार जांच कर रही है ।
जिला पलवल मे डेंगू के लार्वा की जांच के लिए अब तक 1,86784 से ज्यादा घरो मे लार्वा की जांच हो चुकी है जिनमे घरो के कूलर ,टंकी ,हौदियो, फ्रिज की ट्रे की जांच कि जाती है जिसमे 25 घरो मे लार्वा पाए जाने पर हिदायत सम्बन्धी नोटिस दिया गया है इसके साथ ही तालाब व गंदे नाले है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद् भी कार्य कर रहा है
डॉ मंजीत गौतम ने बताया की हर वर्ष कि भाती इस वर्ष भी जिले की सभी जोहड़ो मे लार्वा को खाने वाली गम्बुजिया मछली छोड़ने का कार्य शुरू हो गया है जिले के गावो मे अभी तक 135 जोहड़ों और तालाबों मे गम्बूजिया मछली छोड़ी जा चुकी है ।

