Islamabad/Agency : कोरोना वायरस की वजह से पाकिस्तान के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. यहां कोरोना केस की संख्या 2000 के पार चली गई है, इस बीच सिंध प्रांत में लॉकडाउन के कारण हिंदू और ईसाई धर्म के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को आरोप है कि उन्हें प्रशासन के द्वारा राशन नहीं दिया जा रहा है.
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण पूरे पाकिस्तान में लॉकडाउन नहीं हुआ है, बल्कि कुछ प्रांत सरकारों ने अपने स्तर पर इसे लागू किया है. इसी बीच सिंध प्रांत में मौजूद कुछ हिंदू और ईसाई धर्म के लोगों ने भेदभाव का आरोप लगाया है.
समाचार एजेंसी एएनआई पर जारी वीडियो में एक व्यक्ति ने बताया, ‘हम भी इसी मुल्क के रहने वाले हैं, हमारा भी ख्याल रखना चाहिए. दूसरे लोगों को जो सहायता मिल रही है, लेकिन हमें नहीं मिल रही है. कोरोना संकट हर किसी के लिए, इसमें कोई हिंदू-मुस्लिम नहीं हो रहा है’.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश को संबोधन में लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद कई प्रांत की सरकारों ने इसे लागू करने का फैसला लिया था. इसके बाद कुछ जगह सरकार की ओर से राशन लोगों को दिया जा रहा है.
इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा हो. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मार सिंध और पंजाब प्रांत में ही पड़ी है. यहां सिंध में अबतक 600 और पंजाब में 700 कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं. पाकिस्तान में अबतक कोरोना वायरस की वजह से 26 लोगों की जान चली गई है.