लोकसभा चुनाव के छठे फेज में शनिवार को 7 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश की 58 सीटों पर वोटिंग शाम 6 बजे खत्म हुई।
चुनाव आयोग के मुताबिक, शनिवार को 58 सीटों पर 61.74% वोटिंग हुई है। सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में 80.06% और सबसे कम जम्मू-कश्मीर में 54.46% मतदान हुआ। पिछले फेजों में हुई वोटिंग में छठे फेज में सबसे कम वोटिंग हुई है। पांचवे फेज में भी 62.20% वोटिंग हुई थी। 1 जून को आखिरी 56 सीटों पर वोटिंग होगी।
पश्चिम बंगाल के झारग्राम से भाजपा उम्मीदवार प्रणंत टुडू पर हमला हुआ। पत्थर लगने से दो CISF के जवान घायल हो गए। मतदाताओं को धमकाए जाने की शिकायत मिलने के बाद टुडू गरबेटा में एक बूथ का दौरा कर रहे थे। प्रणंत टुडू की कार में भी तोड़फोड़ की गई है। भाजपा ने TMC पर हमले का आरोप लगाया है।
चुनाव आयोग ने इस पर कहा- वोटिंग शुरू होने से पहले कैंडिडेट के एजेंट साइन करते हैं। इन सेंटर्स पर TMC के एजेंट मौजूद नहीं थे, इसलिए सिर्फ BJP एजेंट्स के साइन हैं।
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन है। इस कारण नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के लिए राहुल गांधी और सोनिया गांधी कांग्रेस को वोट नहीं दे पाए। यहां से AAP के कैंडिडेट को उतारा गया है। वहीं, अरविंद केजरीवाल भी चांदनी चौक सीट के लिए अपनी पार्टी को वोट नहीं दे पाए। यहां से कांग्रेस के कैंडिडेट को टिकट दिया गया है।
पश्चिम बंगाल के तमलुक में वोटिंग से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में एक TMC समर्थक घायल हो गया। यहां से कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज भाजपा के प्रत्याशी हैं।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी से PDP की प्रत्याशी महबूबा मुफ्ती धरने पर बैठ गईं। उन्होंने EVM के साथ छेड़छाड़ और मोबाइल फोन का आउटगोइंग कॉल बंद करने का आरोप लगाया।
2019 में इन सीटों पर सबसे ज्यादा भाजपा 40, बसपा 4, बीजेडी 4, सपा 1, जदयू 3, टीएमसी 3, एलजेपी और आजसू ने 1-1 सीट जीती थीं। कांग्रेस और AAP को एक भी सीट नहीं मिली थी।
पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में दिल्ली में इस बार ज्यादा गर्मी, वोटिंग प्रतिशत घटा
दिल्ली में पिछले 3 लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार ज्यादा गर्मी पड़ी। शनिवार को दिल्ली में 54.37 % मतदान हुआ। यह पिछली बार की तुलना में 5.68 फीसदी कम मतदान है। 2019 में 60.5 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं, यह लगातार दूसरा लोकसभा चुनाव है जिसमें दिल्ली में वोटिंग प्रतिशत में गिरावट आई है। 2014 में दिल्ली में 65 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
कश्मीरी हिंदू बोले- 32 साल बाद कश्मीर में अपना वोट डाला
लोकसभा चुनाव के छठे फेज में जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट पर 53 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 35 साल में सबसे अधिक है। साल 1996 में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत था। कुल मिलाकर जम्मू और कश्मीर की सभी पांच संसदीय सीटों पर मतदान 58 प्रतिशत था, जो 2014 में दर्ज 49.58 प्रतिशत और 1996 में 47.99 प्रतिशत को पार कर गया।
अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर वोट डालने के बाद एक कश्मीरी हिंदू वीर सराफ ने कहा कि मैंने 32 साल बाद कश्मीर में अपना वोट डाला है। मैं अल्पसंख्यक समुदाय से आता हूं और आमतौर पर मैं यहां ज्यादा नहीं आता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 10 सालों में कश्मीर के हालात पहले से और भी बेहतर हुए हैं।