पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। इन शरणार्थियों में केजरीवाल के उस बयान को लेकर गुस्सा है, जिसमें केजरीवाल ने कहा था कि अगर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी भारत आएंगे तो कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ जाएगी। चोरी और लूट जैसे अपराध बढ़ जाएंगे।
प्रदर्शन के बीच केजरीवाल ने आज (14 मार्च) को फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि CAA देश के लिए खतरनाक है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों के लिए भारत सरकार दरवाजे खोलेगी तो उन्हें यहां नौकरियां और घर दिए जाएंगे। भारत में वैसे ही रोजगार की कमी है। यहां के लोगों की नौकरियां दूसरे देश से आए लोगों को दी जाएंगी। ये मुझे मंजूर नहीं।
उन्होंने लोगों से सवाल किया कि क्या सामने पाकिस्तानियों की झुग्गी होगी तो आप सुरक्षित महसूस करोगे?
CAA को लेकर केजरीवाल के इस बयानों पर गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि केजरीवाल को जानकारी नहीं है। नागरिकता 2014 तक भारत में आ चुके शरणार्थियों को दी जाएगी।
केजरीवाल ने 2 दिन में दो बयान दिए
आज का बयान: देश वासियों के टैक्स पर पाकिस्तानियों को बसाएंगे?
केजरीवाल ने गुरुवार को कहा, ‘पार्टीशन के वक्त जो माइग्रेशन हुआ था, उससे भी बड़ा माइग्रेशन होगा। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में 3-4 करोड़ अल्पसंख्यक रहते हैं। भारत की नागरिकता उनका सपना और भारत ने दरवाजा खोल दिया तो वो यहां आएंगे। तब आप क्या करेंगे।
गृहमंत्री कह रहे हैं। 2014 से पहले आ चुके लोगों को बसाया जाएगा। क्या अभी आना बंद हो गया है? 2014 से पहले इन लोगों में डर था कि पकड़े गए तो घुसपैठिए हैं, जेल में डाल दिया जाएगा। इतने दरवाजे खोल रहे हैं, इसके बाद इतनी भारी संख्या में लोग आने वाले हैं कि कल्पना करना मुश्किल है।
अब पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोगों को लाकर उन्हें नौकरी दोगे, उनके राशन कार्ड बनाओगे। पाकिस्तान के लोगों ने टैक्स नहीं दिया। यहां के लोगों ने दिया है। यहां के लोगों के टैक्स के पैसे से आप उन लोगों को बसाना चाहते हो, मुझे यह मंजूर नहीं है।