हरियाणा के फरीदाबाद में प्रॉपर्टी डीलर के सुसाइड केस में खुलासा हुआ है। राजकुमार ने शनिवार को अवदित्य सोसाइटी की 14वीं मंजिल से कूदकर जान देने से पहले फेसबुक पर सुसाइड नोट अपलोड किया था। बेटे ने फेसबुक पर पिता का सुसाइड नोट देखकर उन्हें कई कॉल किए, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।
कुछ देर बाद परिवार को सूचना मिली कि राजकुमार ने सुसाइड कर लिया है। सुसाइड नोट में उसने पार्टनर समेत कई लोगों पर 8 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप लगाया है। राजकुमार के बेटे ने सेक्टर-58 थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।
आदित्य ने बताया कि पिता राजकुमार पिछले 2 दिनों से सीकरी स्थित अवदित्य सोसाइटी में अपने दोस्त दिनेश के साथ रह रहे थे। शनिवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे वह पार्क में घूमकर आए थे। कुछ समय वह फ्लैट में रहे। इसके बाद उन्होंने 14वीं मंजिल से छलांग लगा दी। नीचे वह कार की छत पर आकर गिरे, जिसमें उसकी मौत हो गई।
आदित्य ने आगे कहा कि पिछले कुछ समय से पापा पैसों को लेकर परेशान चल रहे थे। उन्होंने मुझे कभी अपनी परेशानियों के बारे में नहीं बताया। कुछ लोग पापा पर और पैसे देने का दबाव बना रहे थे। इसे लेकर पुलिस के द्वारा हमें बार-बार थाने बुलाकर परेशान किया जा रहा था।
पार्टनर संजय ने धोखा किया: “मैं राजकुमार अपने जीवन से बहुत परेशान हो चुका हूं। मेरे पार्टनर संजय शर्मा ने मेरे साथ धोखा किया है। मेरे 8 करोड़ रुपए का हिसाब है, जोकि नहीं कर रहा। मैं अब एक-एक रुपए से परेशान हूं। मैं विनीत और पुनीत के कहने पर उनके नाम की पड़ताल की। उसे वो बैक कर गए और रुपए खा गए।”
सरपंच 20 लाख नहीं दे रहा: “जमीन मालिक के नाम पर जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी (GPA) की थी, जिसके 25 करोड़ रुपए बनते थे। उसने 65 लाख ही दिए हैं, बाकी के रुपए वो खा गया। दिनेश सरपंच के खाते में 20 लाख रुपए किए, वो भी नहीं दे रहा है।”
सब्बीर को 19 लाख रुपए दिए: “सब्बीर फतेहपुर का रहने वाला है। उसे 19 लाख रुपए दिए थे डेढ़ साल पहले वो भी नहीं दे रहा। मेरा प्रशासन से निवेदन है कि मेरे बाद मेरे बच्चों को इन लोगों से पैसे दिलवाए जाएं, आप की अति कृपा होगी। – राजकुमार।”
डायरेक्टर ने पैसे लेकर जमीन नहीं दी: “अमरजीत चावला जो डायरेक्टर है, उसे 78 लाख, 25 लाख, 60 लाख और एक करोड़ 4 लाख रुपए दिए थे, जिसके एवज में उसने मुझे जमीन नहीं दी। कृपा कर ये पैसे मेरे बच्चों को दिलवाए, सब पैसे अकाउंट से गए हुए हैं। ये पेपर एक लिफाफे में रखे हुए हैं।-राजकुमार।”

