दिल्ली हाईकोर्ट ने 20 अक्टूबर को आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह की याचिका खारिज कर दी। संजय को ED ने दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें ट्रायल कोर्ट में पेश किया गया, कोर्ट ने उन्हें ED की रिमांड में भेज दिया गया था। संजय सिंह ने मामले में गिरफ्तारी और ईडी की दी गई रिमांड को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।
संजय सिंह के वकील विक्रम चौधरी- यह मामला राजनीति से प्रेरित है। संजय की गिरफ्तारी अवैध है, उन्हें रिहा किया जाना चाहिए।
कोर्ट- ED देश की प्रमुख जांच एजेंसी है, कोर्ट इसका हिस्सा नहीं बन सकती और न ही बनेगी। संजय एक पॉलिटिकल फिगर हैं, कानून सबके लिए बराबर हैं। हर शख्स को अपनी पब्लिक इमेज की रक्षा करने का अधिकार है, लेकिन यह किसी क्राइम की जांच के रास्ते में नहीं आ सकता।
कोर्ट- अभी तक अदालत में ऐसा सबूत नहीं दिया गया है, जिससे साबित हो कि संजय की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है। जांच अभी शुरुआती स्टेज पर है, इसीलिए अभी मामले में हाईकोर्ट के दखल का कोई औचित्य नहीं बनता।
मामले में पिछली सुनवाई 19 अक्टूबर को हुई थी, तब जस्टिस स्वर्णकांत शर्मा की बेंच ने मामले में दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले, 17 अक्टूबर को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी, उसमें AAP नेता ने कोर्ट से कहा था कि ED ने मामले में मुझे एक भी समन जारी नहीं किया था।
ED ने कहा था- आबकारी नीति बनाने में संजय सिंह का अहम रोल
आप नेता ने कोर्ट को बताया था कि 4 अक्टूबर को ED मेरे घर पहुंची थी। पूरे दिन तलाशी लेकर अचानक गिरफ्तार कर लिया था। सत्ता का दुरुपयोग करके मेरी गिरफ्तारी की गई है। मनी लॉन्ड्रिंग कानून उत्पीड़न का साधन नहीं बन सकता।
वहीं, ED ने कोर्ट से कहा था कि आबकारी नीति बनाने में संजय सिंह का अहम रोल था। उन्होंने शराब कारोबारियों और थोक विक्रेताओं को लाभ पहुंचाने का काम किया है।
14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं संजय सिंह
दिल्ली शराब नीति केस में संजय सिंह को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 27 अक्टूबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में सौंपा है। जज एम के नागपाल ने 13 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान संजय से कहा था कि कोर्ट परिसर में ऐसे मामलों का जिक्र न करें, जो केस से जुड़े न हों।
सुनवाई खत्म होते ही संजय सिंह जैसे ही कोर्ट से बाहर आए, मीडिया से कहा- मोदी जी इंडिया के नहीं, अडाणी के प्रधानमंत्री हैं। अडाणी के घोटालों की जांच कब होगी।
4 अक्टूबर को संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई थी
ED ने दिल्ली शराब नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 4 अक्टूबर को करीब 10 घंटे की छापेमारी के बाद संजय सिंह को गिरफ्तार किया था। 5 अक्टूबर को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से कोर्ट ने उन्हें 10 अक्टूबर तक की रिमांड पर भेज दिया था। बाद में तीन दिन और रिमांड बढ़ा दी गई।

