भारत के पाकिस्तान बॉर्डर से सटे इलाकों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को और मजबूत करने जा रहा है। इसके लिए आर्मी ने 6 नए AK-630 एयर डिफेंस गन सिस्टम खरीदने के लिए सरकारी कंपनी एडवांस्ड वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (AWEIL) को टेंडर जारी किया है।
सेना के अधिकारियों के मुताबिक, इन गन सिस्टम की जरूरत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महसूस हुई, जब पाकिस्तान सेना ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब में आबादी वाले इलाकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया था। अब इनकी तैनाती से इन इलाकों में हवाई खतरों से बेहतर सुरक्षा मिलेगी।
ये गन सिस्टम ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ का हिस्सा है। PM नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से दिए अपने भाषण में सुदर्शन चक्र मिशन की घोषणा की थी। इसका लक्ष्य 2035 तक एक स्वदेशी, मल्टी-लेयर सुरक्षा कवच तैयार करना है, जिसमें निगरानी, साइबर सुरक्षा और एयर डिफेंस सिस्टम शामिल होंगे।
AK-630 एक 30 मिमी मल्टी-बैरल मोबाइल गन सिस्टम है, जो प्रति मिनट करीब 3,000 राउंड फायर कर सकता है और इसकी मारक क्षमता 4 किलोमीटर तक है। इसे एक ट्रेलर पर लगाया जाएगा, जिसे हाई-मोबिलिटी वाहन से खींचा जाएगा।
यह सिस्टम ड्रोन, रॉकेट, आर्टिलरी और मोर्टार (URAM) जैसे हवाई हमलों को रोकने में सक्षम होगा। इसमें ऑल-वेदर इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल फायर कंट्रोल सिस्टम भी होगा, जो किसी भी मौसम में लक्ष्य की पहचान कर सकता है।
पंजाब के आदमपुर एयरबेस से 13 मई को पीएम मोदी ने जिस एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ की थी, वह भारत का आकाशतीर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसकी मदद से ही पाकिस्तान की ओर से आ रहे सैकड़ों ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट को हवा में ही मार गिराया गया था। इसे भारत का आयरन डोम कहा गया है।
आकाशतीर एक स्वदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-पावर्ड एयर डिफेंस सिस्टम है जिसे भारतीय सेना के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO), इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने संयुक्त रूप से डिजाइन और डेवलप किया है।
इसका काम लो-लेवल एयरस्पेस की निगरानी करना और ग्राउंड पर तैनात एयर डिफेंस वेपन सिस्टम को कंट्रोल करना है। आकाशतीर रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन सिस्टम को इंटिग्रेट करके सिंगल नेटवर्क बनाता है, जो रियल टाइम में हवाई खतरों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें न्यूट्रिलाइज करने में सक्षम है।

