तेलंगाना के नागरकुर्नूल में निर्माणाधीन श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल का एक हिस्सा 22 फरवरी को ढह गया था। घटना को 7 दिन बीत चुके हैं, लेकिन टनल में अब तक 8 कर्मचारी फंसे हुए हैं।
हालांकि राज्य के आबकारी मंत्री कृष्ण राव ने बताया कि रडार में चार लोगों का पता चल गया है। उम्मीद है कि रविवार शाम तक उन्हें बाहर निकाल लिया जाएगा, लेकिन उनके बचने की संभावना बहुत कम है
बाकी चार लोगों के बारे में उन्होंने बताया कि उनके टनल बोरिंग मशीन (TBM) के नीचे फंसे होने का अनुमान है। 450 फीट ऊंची मशीन को काटा जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में 11 एजेंसियां शामिल हैं।
28 फरवरी को साउथ सेंट्रल रेलवे (SCR) की 2 टीमें भी रेस्क्यू के लिए पहुंचीं थी। टीम भारी धातुओं को प्लाज्मा कटर और ब्रॉक कटिंग मशीन जैसे आधुनिक उपकरणों से रास्ते से हटा रही हैं।
फंसे लोगों के परिजन बोले- अंदर की कोई खबर नहीं
टनल के अंदर फंसे पंजाब के गुरप्रीत सिंह के चाचा ने बताया कि आज 7 दिन हो गए हैं। अंदर की कोई खबर नहीं है। सरकार से निवेदन है कि हमें जल्दी बताया जाए कि सरकार कब तक उन्हें बाहर निकालेगी।
उन्होंने कहा कि गांव में हमारे परिवार के लोग परेशान हैं और खाना नहीं खा रहे हैं। हम लोग चाह रहे थे कि टनल के अंदर जाकर देखे कि हालात क्या है। मुझे अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। बोल रहे हैं कि जो टीमें अंदर जा रही हैं, वहीं बताएंगे कि अंदर क्या हो रहा है।
झारखंड के संतोष साहू के परिजन सरवन ने बताया कि 22 फरवरी को जानकारी मिली थी कि मेरे जीजा टनल में फंस गए हैं। घटना के 7 दिन हो गए हैं लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं मिली है कि वो ठीक हैं या नहीं। हम लोग उम्मीद लगा के बैठे हैं कि कब वो बाहर निकलें और उन्हें घर लेकर जाएं। तेलंगाना सरकार काम तो कर रही है।
तेलंगाना सरकार से गुजारिश है कि वे जल्द से जल्द उन्हें बाहर निकाले और हमें उन्हें घर ले कर जाएं। हमारी झारखंड सरकार ने भी दो ऑफिसर को यहां भेजा है। ये लोग भी हमारी सहायता कर रहे हैं।

