महाराष्ट्र के नासिक में आर्टिलरी सेंटर में फायरिंग प्रैक्टिस के दौरान 2 अग्निवीरों की जान चली गई। आर्टिलरी स्कूल में गुरुवार को फायरिंग की प्रैक्टिस चल रही थी। इस दौरान तोप में गोला लोड करते वक्त ब्लास्ट हो गया। घटना में अग्निवीर गोहिल विश्वराज सिंह (20) और सैफत शित (21) की मौत हो गई।
अधिकारियों के मुताबिक अग्निवीरों की टीम भारतीय फील्ड गन से फायरिंग कर रही थी, तभी एक गोला फट गया। दोनों अग्निवीरों को गंभीर चोट आई थी। उन्हें एमएच अस्पताल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने दोनों की मृत घोषित कर दिया। इस मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू कर दी गई है।
NCP बोली- दोनों अग्निवीरों को शहीद का दर्जा मिले
NCP नेता सुप्रिया सुले ने x पर लिखा- ये घटना बेहद दुखद है। इन दोनों जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि। रक्षा मंत्रालय को इन दोनों जवानों को शहीद का दर्जा देना चाहिए। साथ ही उनके परिवारों को मुआवजा भी दें।
एक हफ्ता पहले 4 अक्टूबर को आग बुझाने की मॉक ड्रिल के दौरान अग्निवीर की मौत हो गई थी। यह हादसा राजस्थान के भरतपुर में हुआ था। अग्निवीर सौरभ आर्मी क्षेत्र 103 एडी बटालियन में तैनात था। ट्रेनिंग कैंप में फायर मॉक ड्रिल के दौरान सौरभ ने सिलेंडर को उल्टा पटका और वह धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर के टुकड़े जवान की छाती में लगे। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया।
अग्निपथ स्कीम
केंद्र सरकार ने 2022 में अग्निपथ स्कीम लॉन्च की थी। इसके तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में चार साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाता है। 4 साल में छह महीने की ट्रेनिंग भी शामिल है। चार साल बाद अग्निवीरों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाएगी। इसी मेरिट के आधार पर 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस में लिया जाएगा। बाकी लोग वापस सिविल दुनिया में आ जाएंगे।
इस स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी। साल में दो बार रैली के जरिए भर्ती की जाएगी।
अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 21 साल का होना जरूरी है। साथ ही कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है। 10वीं पास भर्ती होने वाले अग्निवीरों को 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
इंडियन आर्मी में अभी तक 1 लाख अग्निवीर शामिल किए जा चुके हैं। यह जानकारी AG लेफ्टिनेंट जनरल सी.बी. पोनप्पा ने रविवार को दी। उन्होंने कहा कि 70 हजार अग्निवीरों की यूनिटों में पोस्टिंग हो चुकी है। इनमें करीब 200 महिलाएं भी शामिल हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि साल 2024-25 के लिए 50 हजार वैकेंसी निकाली गई हैं। इसकी प्रक्रिया जारी है।

