New Delhi/Atulya Loktantra : रमजान (Ramadan) का पाक महीना 5 मई से शुरू हो रहा है, जो कि 4 जून तक चलेगा. पहला रोजा 4 मई को चांद देखने के बाद से शुरू हो जाएगा. 30 दिनों के रोज़ों के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर (Eid al-Fitr) का त्योहार मनाया जाएगा. बता दें, पूरे महीने रोज़े के बाद जो ईद होती है जिसे ईद-उल-फितर कहते हैं. इसे मीठी ईद (Mithi Eid) भी कहा जाता है. रोज़ादार ईद के दिन नमाज से पहले गरीबों में फितरा बांटा जाता है.
रोजा रखने के लिए मुस्लिम लोग सुबह सूर्योदय से पहले सेहरी खाते हैं, पूरे दिन भूखे-प्यासे रहने के बाद फिर शाम को रोजा (इफ्तार) खोलते हैं. पूरे दिन 5 वक्त की नमाज अदा करते हैं. बता दें, रमजान के इस पाक महीने को नेकियों का महीना भी कहते हैं.
ईद उल-फितर क्यों मनाई जाती है?
मान्यता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में विजय हासिल की थी, इसी खुशी में ईद उल-फितर मनाई जाती है. माना जाता है कि पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी. इस दिन मीठे पकवान बनाए और खाए जाते हैं. अपने से छोटों को ईदी दी जाती है. दान देकर अल्लाह को याद किया जाता है. इस दान को इस्लाम में फितरा कहते हैं. इसीलिए भी इस ईद को ईद उल-फितर कहा जाता है. इस ईद में सभी आपस में गले मिलकर अल्लाह से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं.
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