फरीदाबाद, 05 जुलाई । मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में चिकित्सकों ने 59 वर्षीय हुसेन अशौर करेम के ब्रेन में चिप लगाकर व्हीलचेयर की पीड़ा भरी जिंदगी से राहत दिलाई। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के ब्रेन एवं स्पाइन सर्जरी विभाग के डायरेक्टर डॉ. तरुण शर्मा ने बताया कि पार्किंसन बीमारी से ग्रस्त इराकी मरीज व्हीलचेयर पर आया था। हाथ-पैरों में इतना ज्यादा अकडन और कंपन था कि मरीज बिना किसी सहारे के चल नहीं सकता था, ठीक से बोल भी नहीं पा रहा था, खाना भी नहीं खा सकता था और कपड़े भी नहीं पहन सकता था लेकिन मरीज की याददाश्त ठीक थी।
लगभग 4-5 साल से मेडिकल मैनेजमेंट (दवाओं) पर था लेकिन उसे बीमारी से आराम नहीं मिला रहा था। बीमारी एडवांस्ड स्तर पर पहुँच गई थी इसलिए दवाओं से आराम नहीं मिल रहा था। हमने मरीज की विस्तारपूर्वक जाँच की और फिर कंप्यूटर गाइडेड न्यूरो नेविगेशन तकनीक की मदद से डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (डीबीएस) सर्जरी की गई। सर्जरी के कुछ घंटों के बाद मरीज के शरीर में अकडन और कंपन की समस्या दूर हो गई। मरीज ने बिना किसी सहारे के चलना-फिरना शुरू कर दिया। अपने हाथों से खाना खाना शुरू किया और अच्छे से बोलना भी शुरू कर दिया।

