फरीदाबाद (अतुल्य लोकतंत्र ): एशियन पैरा गेम्स 2023 का आगाज चीन के होंगझोउ में हो गया है। एशियन गेम्स की तरह इस इवेंट में भी भारतीय खिलाड़ियों ने धमाकेदार आगाज किया है। एशियन पैरा गेम्स में क्लब थ्रो एफ51 में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा। इस इवेंट में भी तीनों मेडल भारत की झोली में गए। पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में प्रणव सूरमा ने 30.01 मीटर के एशियाई पैरा गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर विश्व भर में हरियाणा के नाम रोशन किया है। ज्ञात रहे कि प्रणव सूरमा शहर की प्रसिद्ध सामाजिक संस्था एम3एम फांउडेशन के लक्ष्य स्कॉलर है। एम3एम फाउंडेशन ने प्रणव सूरमा सहित तीन और खिलाडियों को लक्ष्य स्कॉलरशिप प्रदान की है जो चीन में आयोजित एशियन पैरा गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे है।
गौरतलब है कि प्रणव सूरमा जब 16 साल के थे तब उनका एक्सीडेंट हो गया था। एक्सीडेंट होने के कारण उनके स्पाइनल कॉर्ड में चोट लग गई थी और वह पैरालाइज्ड हो गए थे। प्रणव ने 2018 में स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने का मन बनाया। वह अब एक प्रोफेशनल स्पोर्ट्समैन है। उन्होंने 2019 में बीजिंग ग्रैंड प्रिक्स वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स में सिल्वर मेडल हासिल किया है वहीं अब पैरा एशिया गेम्स में प्रणव ने गोल्ड मेडल हासिल किया है। क्लब थ्रो एफ51 में प्रणव के विरोधी दोनों ही खिलाड़ी भारतीय थे। दोनों विरोधी खिलाडियों में धर्मबीर (28.76 मीटर) और अमित कुमार (26.93 मीटर) दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
इस अवसर पर एम3एम फाउंडेशन की चेयरमैन एंड ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया ने प्रणव को गोल्ड मेडल लाने के लिए बधाई दी। डॉ. पायल कनोडिया ने बताया कि फाउंडेशन स्टूडेंट्स तथा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कॉलरशिप देती है। फाउंडेशन ने प्रणव को भी पूरा सहयोग दिया है। हमे बेहद गर्व है की प्रणव ने विश्व स्तर पर भारत देश का नाम रोशन किया है तथा हरियाणा राज्य का नाम ऊंचा किया है। फाउंडेशन का उद्देश्य खेल के क्षेत्र में उभरते टैलेंट को प्रोत्साहित करना है। फांउडेशन देश भर से खिलाडियों को ढूंढ़कर उनकी मदद करती है। फांउडेशन की ओर से आगे भी खिलाडियों की मदद करने का सिलसिला जारी रहेगा।
प्रणव के गोल्ड लाने पर मैं बहुत खुश हूं। प्रणव ने जब अपनी ट्रेंनिग शुरु की थी, वह जब से ही बहुत होनहार और फोकस्ड है। ऐसा लग रहा है कि मेरी मेहनत सफल हो गई है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह भविष्य में भी इसी तरह अपने परिवार, राज्य व देश का नाम रोशन करें। इसके साथ ही मैं एम3एम फांउडेशन का भी धन्यवाद करना चाहता हूं। एम3एम फाउंडेशन खिलाडियों को स्कॉलरशिप प्रदान करता है जिससे कई खिलाडियों का भविष्य बेहतर हुआ है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करुंगा कि एम3एम फांउडेशन के और भी स्कॉलर खेलों के क्षेत्र में आगे आए और देश का नाम रोशन करें।
– श्री नवल, प्रणव के कोच
मैं अपनी जीत पर बहुत खुश हूं। मैं अपनी इस जीत का क्रेडिट अपने कोच, अपने परिवार और एम3एम फाउंडेशन को देना चाहता हूं। एम3एम फाउंडेशन ने मेरी हर संभव मदद की है। जब- जब मुझे प्रशिक्षण के दौरान जिस भी सुविधा की जरुरत पड़ी, फाउंडेशन की ओर से मुझे वह दी गई। ओस्ट्रावा में हुए चेक रिपब्लिक फॉर यूरोपियन चैंपियनशिप में फांउडेशन के सहयोग से भागीदारी से मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला l फाउंडेशन का मैं तहे दिल से धन्यवाद करता हूं और मैं भविष्य में देश के लिए और भी मेडल लाना चाहता हूं.. प्रणव