बल्लभगढ़ (अतुल्य लोकतंत्र ):स्वामी विवेकानंद की जन्मोत्सव पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर बालाजी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में बालाजी कॉलेज के निदेशक डॉ जगदीश चौधरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा “मनुष्य को जीवन का सम्मान करना सीखना चाहिए। जब मनुष्य जीवन का सम्मान करता है तो वह अपनी उत्पत्ति और उद्देश्य को ध्यान में रखकर कार्य करता है। जीवन तत्व सभी जीवो में, चाहे वह चींटी हो, पक्षी हो, अन्य जीव हो या फिर मनुष्य सभी में परिलक्षित हुआ है। इसलिए जब हम जीवन को सम्मान देते हैं तो इसमें सभी जीवो का सम्मान है। मनुष्य की सेवा का भाव भी इसमें छिपा है।
किसी से भेदभाव न हो और हम अपने जीवन के उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु संकल्प पूर्वक लगे रहे और लक्ष्य की प्राप्ति तक भटके नहीं, तब हम अपने पुरुषार्थ और क्षमताओं से परिचित होते हैं। स्वामी विवेकानंद ने अपने अल्पायु के जीवन में जो बड़ा काम किया वह आधुनिक मानवता को दिशा दिखाने का और युवाओं को सही समय पर एक सत्य और श्रेष्ठ निर्णय लेने की क्षमता का मार्गदर्शन करता है। यही कारण है कि आज भारत के युवाओं में जब अपना आदर्श चुनने की बात आती है तो स्वामी विवेकानंद का चित्र और चरित्र उनकी आंखों में तैरता है।”
इस कार्यक्रम का आयोजन विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के द्वारा आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ मानसिंह , डिप्टी सीएमओ फरीदाबाद ने युवाओं को अपने जीवन के उद्देश्य निर्धारित करने और उसमें अपनी ऊर्जा लगाने हेतु प्रेरित किया। वहीं मुख्य वक्ता के रूप में एडवांस कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्रिंसिपल लक्ष्मी शर्मा ने सभी को अपनी व्यक्तिगत चेतना से सामूहिक चेतना का विकास करके समाज में अपनी भूमिका को निभाना और फिर सृष्टि की ऊर्जा की समझ पैदा कर अपने आध्यात्मिक विकास के द्वारा विश्व की समग्रता को देखना, उसके विराट व्यक्तित्व का आधार बनता है । यही मानव जीवन की श्रेष्ठता का सूत्र है जो हमें विवेकानंद जी के जीवन से सीखना होगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजक ममता मलिक ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा में खेल, सांस्कृतिक गीत , प्रश्नोत्तरी , समूह चर्चा और उनकी अभिव्यक्ति विद्यार्थियों द्वारा रखने के कार्यक्रम आयोजित किया। अंत में आचार्य चेतन प्रकाश, रविंद्र सिंह, संतोष झा, दिनेश कुमारी, संदीप नागर, सुषमा सिंह , उषा डागर और निधि ने अपने विचार और मार्गदर्शन से सभी को लाभान्वित किया।
अंत में विवेकानंद केंद्र से कानन कपूर ने धन्यवाद ज्ञापन किया व शांति पाठ के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

