Ayodhya/Atulya Loktantra: राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. 24 घंटे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे, जिसके बाद राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज़ी से प्रारंभ होगा. अयोध्या के चप्पे-चप्पे को सजा दिया गया है, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और साथ ही कोरोना संकट के कारण नियमों का ख्याल भी रखा जा रहा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अयोध्या पहुंच तैयारियों का जायजा लिया था.
बड़े अपडेट:
10.27 AM: भूमि पूजन में शामिल होने के लिए मेहमानों का आना शुरू हो गया है. संघ प्रमुख मोहन भागवत भी लखनऊ पहुंच गए हैं, यहां से ही वो अयोध्या के लिए रवाना होंगे.
10.11 AM: गुजरात के सात संतों को भूमि पूजन का न्योता मिला है. सभी संत अहमदाबाद से अयोध्या के लिए रवाना हुए. संत करीब सात किलो चांदी लेकर निकले हैं. जिसे वो ट्रस्ट को भेंट देंगे.
09.45 AM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीरामजन्मभूमि पर क्रॉसिंग गेट तीन से एंट्री ले सकते हैं. इस इलाके में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है.
08.59 AM: भूमि पूजन से पहले आज अयोध्या में विशेष पूजा की जा रही है. हनुमान गढ़ी में पूजा हो रही है, साथ ही शंखनाद कर दिया गया है.
08.50 AM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को करीब 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. पीएम तीन घंटे तक अयोध्या में रहेंगे.
अयोध्या तैयार, बस मेहमानों का इंतजार!
बुधवार को दोपहर करीब 12 बजे के आसपास भूमि पूजन होना है, लेकिन उससे पहले आज ही सभी मेहमान अयोध्या पहुंच जाएंगे. सुरक्षा की दृष्टि से मंगलवार शाम को अयोध्या की सीमाएं सील हो जाएंगी. श्रीराम मंदिर के ट्रस्ट की ओर कुल 175 लोगों को भूमि पूजन के लिए निमंत्रण भेजा गया है, इनमें करीब 135 संत शामिल हैं जो देश के अलग-अलग हिस्सों से आएंगे. हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड है, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया है.
मोहन भागवत, अशोक सिंघल का परिवार और इकबाल अंसारी मेहमान
ट्रस्ट की ओर से सबसे पहला न्योता इकबाल अंसारी को दिया गया, जो सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की ओर से पक्षकार थे. इकबाल अंसारी भूमि पूजन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी करेंगे. इनके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया गया है, राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले अशोक सिंघल के परिवार के सदस्यों को भी बुलाया गया है.
कोरोना के चलते दिग्गज नहीं आएंगे
कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी सावधानी बरती जा रही है. इसलिए 90 साल से अधिक के लोगों को नहीं बुलाया जा रहा है, ऐसे में भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी, सुप्रीम कोर्ट में रामलला का केस लड़ने वाले के. परासरण जैसे बड़े लोग नहीं आ पाएंगे. हालांकि, इनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है. इनके अलावा कल्याण सिंह, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज भी कोरोना संकट के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंचेंगे.