निलंबित होने वाले सांसद
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने डोला सेन, नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास को सस्पेंड किया है। साथ ही शांता छेत्री, अर्पिता घोष और मौसम नूर को भी सस्पेंड किया गया है। आरोप है कि सुबह जब सभापति एम वेंकैया नायडू ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए दिए गए नोटिस स्वीकार करने और अन्य नोटिस खारिज किए जाने के बारे में सूचना दी तो टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और पेगासस जासूसी पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।
इस दौरान सभापति ने सभी सदस्यों से अपने स्थानों पर लौटने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। सभापति ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि जो सदस्य आसन के समक्ष आ गए हैं और तख्तियां दिखा रहे हैं, उनके नाम नियम 255 के तहत प्रकाशित किए जाएंगे और उन्हें पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया जाएगा। इसके बावजूद भी हंगामा नहीं थमा तब सभापति ने आसन की अवज्ञा कर हंगामा कर रहे सदस्यों से नियम 255 के तहत सदन से बाहर जाने को कहा। साथ ही उन्होंने राज्यसभा सचिवालय से इन सदस्यों के नाम देने को भी कहा।
दिनभर के लिए निलंबित
सदन में व्यवस्था बनते न देख सभापति नायडू ने 11 बज कर करीब 15 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। गौरतलब है कि नियम 255 के तहत नाम लिए जाने पर सदस्यों को पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया जाता है। राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने इन सभी सांसदों को आज दिनभर के लिए सदन छोड़ने को कहा है।