Varanasi/Atulya Loktantra : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन पर फिर से विश्वास जताने पर लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे। प्रधानमंत्री लगभग 10 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका स्वागत राज्यपाल राम नाइक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में उतरकर सबसे पहले बाबा विश्वनाथ के दरबार का रुख किया। बाबा विश्वनाथ मंदिर में पूजा के दौरान बीेपी चीफ अमित शाह औस सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए दीनदयाल हस्तकला संकुल पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री के पहुंचते ही वहां हर-हर महादेव का उद्घोष किया गया।
इससे पहले सुबह लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मोदी हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन आए, जहां से वह सड़क मार्ग के जरिए निकले। इस दौरान उनका काफिला शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरा। कड़ी सुरक्षा के बीच गुजर रहे काफिले में मोदी की झलक पाने के लिए लोग सड़कों के दोनों ओर और छतों पर भी खड़े नजर आये और कारवां पर फूलों की बारिश की। इसके अलावा कलाकारों ने मोदी के स्वागत के सड़कों पर नृत्य किया।
शनिवार को मोदी ने ट्वीट किया था, ‘मां से आशीर्वाद लेने के लिए कल शाम गुजरात जाऊंगा। मुझपर पुन: विश्वास जताने के लिए परसों मैं काशी की महान भूमि के लोगों का आभार जताने वहां जाऊंगा।’ जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं। सिंह ने पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी के साथ मोदी की यात्रा से जुड़ी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। मोदी जहां जहां से गुजरेंगे वहां सुरक्षा, अर्धसैनिक और विशेष सुरक्षा दल के कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किए गए हैं।
वाराणसी से लोकसभा चुनाव 4.79 लाख वोटों के अंतर से जीतने के बाद मोदी की अपने निर्वाचन क्षेत्र की यह पहली यात्रा होगी। उन्होंने न केवल अपनी सीट बचाए रखी बल्कि उन्होंने जीत का अंतर भी 2014 के चुनाव की तुलना में करीब एक लाख वोट बढ़ा लिया। 19 मई के मतदान से पहले एक वीडियो संदेश में मोदी ने अपने आप को ‘काशीवासी’ बताया था और इस नगरी को अपना मार्गदर्शक कहा था।