New Delhi/Atulya Loktantra : चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभर रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में मौजूद यह चक्रवात लगातार ताकतवर होता जा रहा है. सेटेलाइट से मिली तस्वीरों और रडार से मिली सूचना के आधार पर यह तय माना जा रहा है, चक्रवाती तूफान फोनी 4 मई की सुबह पूरी के आसपास लैंडफॉल करेगा. जब यह तूफान ओ़डिशा में पुरी के तट से टकरा रहा होगा, यह अति भीषण चक्रवाती तूफान होगा.
इसमें हवाओं की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 170 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी, जिसमें हवा के झोंके 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक जा सकते हैं. मौजूदा स्थिति को देखते हुए गोपालपुर से लेकर पूरी कोणार्क और बालासोर तक समंदर के किनारे मौजूद ओडिशा के बड़े इलाके में यह तूफान कहर बरपा सकता है.
ओडिशा में कहर बरपा आने के बाद यह साइक्लोन एक बार फिर से समंदर में पहुंच जाएगा. वहां पर यह फिर से तेज़ी पकड़ेगा और इसके बाद पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के इलाके की तरफ यह तूफान रुख करेगा. 4 और 5 मई को पश्चिम बंगाल के तमाम इलाकों में इस साइक्लोन का कहर दिखेगा.
छाएगा चक्रवाती तूफान
मौसम के जानकारों का कहना है साइक्लोन के चलते ओ़डिशा के पूरे के पूरे कोस्टल इलाके में हाई अलर्ट कर दिया गया है. इस तूफान के चलते 2 मई से तमिलनाडु के उत्तरी कोस्टल इलाके में हल्की से मध्यम दर्जे के बारिश शुरू हो जाएगी. इसी तरह से आंध्र प्रदेश के उत्तरी कोस्टल इलाके में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश इस दौरान देखी जाएगी.
चक्रवाती तूफान फानी के अंदेशे के बाद भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है. विशाखापट्नम और चेन्नई में प्रभावित इलाकों में काम करने के लिए पहले से ही नेवी ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. इन जहाजों पर पहले से खाने, दवाइयों, कंबल, रबर बोट्स और डॉक्टरों की समुचित व्यवस्था का इंतजाम कर लिया गया है.
नेवी अलर्ट पर
3 मई तक आंध्र प्रदेश के साथ साथ ओ़डिशा के ज्यादातर इलाकों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा. ऐसा अनुमान है 4 तारीख को ओ़डिशा के पूरे के पूरे कोस्टल बेल्ट में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का कहर शुरू हो जाएगा.