एशिया के कई देशों में कोरोना महामारी को लेकर हालात काफी चिंताजनक होते जा रहे हैं। म्यांमार में डेल्टा वेरियंट (Delta Variant In Myanmar) का जबरदस्त कहर है और ऑक्सीजन की किल्लत (Oxygen Supply Crisis) होने की वजह से हालात और अधिक खराब हो गए हैं। म्यांमार की बुरी स्थिति को देखते हुए चीन ने इस देश से लगी अपनी सीमा बंद कर दी है और सीमा से लगे अपने शहर रूइली में लॉकडाउन लगा दिया है। जबकि म्यांमार के 6 शहरों में सेना ने मार्शल लॉ (Martial Law) लागू कर दिया है।
डब्लूएचओ (WHO) ने म्यांमार की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है और विश्व समुदाय से यहाँ मदद भेजने की अपील की है। ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सिंगापुर से ऑक्सीजन की खेप भेजी जा रही हैं लेकिन उससे से भी कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ रहा है।
रोजाना कोरोना से 200 मौतें
म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून में कोरोना के मामलों में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है और स्थिति ये है कि रोजाना 200 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। म्यांमार में पिछले दो महीने से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे थे और पिछले दो हफ्तों के दौरान यहां रिकॉर्ड 7,089 संक्रमणों के मामले दर्ज किए गए हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक देश में 2 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं। डब्लूएचओ का कहना है कि म्यांमार में मार्च में हुए तख्ता पलट के बाद से बुरे हाल हैं और डेल्टा वेरियंट से स्थिति बाद से बदतर होती जा रही है। देश में कोरोना पॉजिटिवटी दर 34 फीसदी से ज्यादा हो गयी है। यानी 100 लोगों की जांच में 34 फीसदी लोग संक्रमित निकल रहे हैं।