ऋषिकेश में गंगा नदी खतरे के निशान से महज 20 सेंटीमीटर नीचे बह रही है । त्रिवेणी घाट के आरती स्थल समेत विभिन्न गंगा घाट जलमग्न हो गए हैं। ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर 340.30 मीटर पर पहुंच गया है जो कि चेतावनी निशान 340.50 मीटर से महज 20 सेंटीमीटर नीचे है। इस विषय सावधानी बरतते हुए केंद्रीय जल आयोग ने मैदानी जिलों को लेकर अलर्ट कर दिया है। हालात के मद्देनज़र रखते हुए भारतीय रेलवे ने उत्तराखंड जाने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं।
प्रशासन की पहल
उत्तराखंड के करीब 12 जिलों में 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (National Disaster Response Force – NDRF) ने देहरादून, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और हरिद्वार में एक-एक तथा चमोली, उत्तरकाशी और गदापुर में दो-दो राहत टीमों की तैनाती की है।
केरल में बाढ़ का कहर
केरल में बीते कुछ दिनों हुई बारिश ने बाढ़ का रूप ले लिया था, जिसके चलते केरल के कई तटवर्ती ज़िले ताबह हो गए थे । भूस्खलन के चलते सड़कें भी टूट गयी थी। केरल में भारी बारिश और बाढ़ के चलते अब तक कुल 26 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है। भीषण बारिश को मद्देनज़र पठानमथिट्टा जिले में भारी बारिश होने के कारण केरल सरकार ने सबरीमाला तीर्थयात्रा पर 17-18 अक्टूबर के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।
ज़िला और प्रदेश आपदा प्रबंधन अभी भी हालात को काबू करने की कोशिश में लगा हुआ है, जिससे अभी भी बाढ़ के चलते मुश्किल हालात में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर उचित सहायता उपलब्ध कराई जाए।
भारी बारिश से जान-माल का भारी नुकसान हो गया है। कई बांध टूटने के साथ ही पानी के तेज बहाव के चलते सैकड़ों गांव और कस्बे तक इस भारी बारिश की भेंट चढ़ गये हैं। शासन द्वारा अभी तक इस बारिश से हुए कुल नुकसान को आंका नहीं जा सका है। प्रशासन ज़रूरतमंदों को सहायता प्रदान करने में लगी हुई है।