Uttar Pradesh’s/Atulya Loktantra : उत्तर प्रदेश के चंदौली में कथित रूप से जय श्री राम न बोलने पर एक नाबालिग युवक को जिंदा जला दिया गया है. युवक की हालत गंभीर है और BHU के ट्रामा सेंटर में उसका इलाज चल रहा है. पीड़ित नाबालिग युवक का दावा है कि जय श्री राम न बोलने की सजा उसे दी गई है. हालांकि पुलिस का कहना है कि पीड़ित नाबालिग युवक बार-बार बयान बदल रहा है. बातचीत में चंदौली के एसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि पीड़ित ने सबसे पहले बताया कि वो महाराजपुर गांव की ओर दौड़ने गया था जहां उसे चार लड़के मिले, ये चारों लड़के उसे खींच कर खेत की ओर ले गए और मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी.
पीड़ित नाबालिग युवक ने कैमरे पर कहा कि वह दुधारी पुल पर टहलने गया था जहां चार लोगों ने उसे किडनैप कर लिया और जला दिया. पीड़ित का कहना है कि आरोपियों के मुंह बंधे हुए थे, उसमे से एक ने कहा कि इस पर मिट्टी का तेल छिड़क दो और माचिस मार दो. ये खुद ब खुद मर जाएगा. इसके बाद मिट्टी का तेल छिड़ककर माचिस मारकर वो भाग गये. पीड़ित नाबालिग युवक ने कहा, “वो लोग कह रहे थे जय श्री राम बोलो…हम नहीं बोले…वो लोग मारने लगे…”
एसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि जब पीड़ित नाबालिग युवक से जिला अस्पताल में उन्होंने बात की तो बताया कि सुनील नाम का युवक घटना में शामिल था, पीड़ित ने घटनास्थल छतेल गांव बताया. छतेल गांव मनराजपुर गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर है. एसपी के मुताबिक जिला अस्पताल चंदौली से जब बीएचयू के लिए उसे रेफर किया गया तो उसने इंस्पेक्टर को बताया कि चार लोग थे और मोटरसाइकिल पर सवार थे और उसे उठा लिए और हतीजा गांव की ओर ले गए. पुलिस के मुताबिक ये गांव बिल्कुल अलग दिशा में है.
पुलिस ने दावा किया है कि इन तीन लोकेशन की जानकारी मिलने के बाद जब उन्होंने इन तीनों लोकेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे तो नाबालिग युवक उसमें नहीं दिखा. एसपी का कहना है कि तीन बजे तक इस घटना में जय श्री राम जैसी कोई बात नहीं थी. एसपी का दावा है कि कुछ लोगों ने पीड़ित और उसकी मां को बरगला दिया कि अगर इस घटना को जय श्री राम के नारे से जोड़ा जाए तो ये बड़ा मामला बन जाएगा और उसे आर्थिक मदद मिलेगा. इसके बाद इन लोगों ने पूरा रुख डायवर्ट कर दिया.
एसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि जांच के दौरान पता चला कि घटनास्थल से 1.5 किलोमीटर दूर एक मजार के पास ये नाबालिग युवक सुबह 4 बजे के पास पहुंचा हो सकता है, पुलिस को वहां पर इस युवक का चप्पल रखा था और अधजले कपड़े मिले हैं. इस बीच एक पत्रकार 4 बजकर 25 मिनट पर वहां पहुंचा. पुलिस के मुताबिक ये पत्रकार सुबह अखबार लेने जा रहा था. पुलिस का दावा है कि पत्रकार ने देखा कि ये लड़का अपने ऊपर तेल लगाकर आग के गोले के रूप में भाग रहा था. उसने इसे पागल समझ लिया. पुलिस के मुताबिक दिनेश मौर्या नाम का ये पत्रकार और चश्मदीद अभी भी मौजूद है और उसका बयान लिया जा सकता है. इस पत्रकार ने बताया कि वहां कोई नहीं था.
चंदौली पुलिस के मुताबिक पीड़ित ने जिस सुनील नाम के कथित आरोपी का नाम लिया है उसके पिता ने पीड़ित के रिश्तेदारों के खिलाफ 2016 में मुकदमा दर्ज करवाया था. पुलिस का दावा है कि हो सकता है पीड़ित ने मजार के पास तांत्रिक क्रिया की हो या फिर अंध श्रद्धावश खुद को आग लगा लिया हो. पुलिस मामले की जांच कर रही है.