New Delhi/Atulya Loktantra : कोरोना संकट के बीच बीजेपी ने चुनावी अभियान और संगठन को वर्चुअल रैली के जरिए धार देने की कवायद शुरू कर दी है. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पूरा फोकस पूर्वी भारत पर है. बिहार और ओडिशा के बाद आज अमित शाह पश्चिम बंगाल में वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे.
अमित शाह आज मंगलवार को 11 बजे बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ शोसल मीडिया के प्लेटफॉर्म से जनसंवाद करेंगे. शाह की बंगाल रैली काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी ने इस रैली को कामयाब बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधने के लिए बकायादा उनके 9 साल की 9 खामियों को 9 जून को उजागर करने की रणनीति बनायी है.
लोकसभा चुनाव में बंगाल की 42 में से 18 सीटों पर जबर्दस्त कामयाबी हासिल करने के बाद अब बीजेपी की नजर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता पर काबिज होने की है. बंगाल में करीब 80 हजार बूथ हैं और बीजेपी ने तकरीबन सभी बूथों पर अमित शाह की रैली के प्रसारण की व्यवस्था की है. प्रदेश के हर बूथ पर कम से कम 5 सदस्य हैं और औसतन 10-15 सदस्य को रैली से जोड़ने की रणनीति बनाई गई है. इसके अलावा हर मंडल में कुछ एलईडी स्क्रीन भी रैली के लिए लगाई गई हैं. कोरोना संकल काल में बीजेपी ममता सरकार को घेरती रही है और जवाब में ममता बनर्जी भी केंद्र के रवैये पर सवाल उठाती रही है. ऐसे में अमित शाह अपनी वर्चुअल रैली के जरिए ममता सरकार पर निशाना साध सकते हैं.
बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव
अमित शाह ने वर्चुअल रैली का आगाज बिहार से रविवार को किया है. बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और अमित शाह ने अपनी रैली के जरिए चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत जोरदार तरीके से किया है. बीजेपी ने शाह की वर्चुअल रैली को कामयाब बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी. रैली को असली लुक देने के लिए 72 हजार बूथों पर 72 हजार एलईडी स्क्रीन लगाए गए थे.
शाह ने केंद्र की उपलब्धियों को गिनाते हुए बिहार की नीतीश सरकार की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि एनडीए ने बिहार में जंगल राज से जनता राज तक पहुंचाया और दावा किया कि एनडीए अगला चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो तिहाई बहुमत के साथ जीतेगा. इसके अलावा शाह ने 125 लाख करोड़ रुपये के स्पेशल पैकेज का हिसाब दिया. इतना ही नहीं अमित शाह ने कोरोना संकट में बिहार वापस आने वाले श्रमिकों को भी साधने का काम किया और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लालटेन का जमाना गया अब एलईडी का जमाना है.
ओडिशा पर बीजेपी की नजर
बीजेपी की नजर ओडिशा पर लंबे समय से है. लोकसभा चुनाव में बेहतर नतीजे लाने के बाद अब 2024 में राज्य की सत्ता पर काबिज होने का सपना बीजेपी देख रही है. बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक साफ कह चुके हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है. ऐसे में बीजेपी 2024 के लिए अभी से अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है. यही वजह है कि अमित शाह ने बिहार के बाद सोमवार को ओडिशा के बीजेपी कार्यकर्ताओं को वर्चुअल रैली के जरिए संबोधित किया. शाह ने ओडिशा के लोगों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार की एक साल की उपलब्धियों को गिनाने का काम किया. इसके अलावा यह भी संदेश दिया कि मोदी के हाथों में देश सुरक्षित है.