इसी के साथ में भारत के निवेश को झटका लगा है। राजस्थान की कपड़ा नगरी भीलवाड़ा के कपड़ा क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। दरअसल, राजस्थान में भीलवाड़ा वस्त्रनगरी के रूप में विश्व विख्यात है। यहां से दुनियाभर में कपड़े का निर्यात होता है। अफगानिस्तान के लोग मोटे कपड़े के कुर्ता पायजामा पहनते हैं। यह मोटा कपड़ा भीलवाड़ा में बनता है।
भीलवाड़ा से 12 इकाइयां सालभर में दो करोड़ मीटर कपड़ा भेजती थी
जिसकी अफगानिस्तान में काफी डिमांड है। अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे की वजह से अस्थिरता है। इस वजह से भीलवाड़ा से कपड़े का डिस्पैच बंद हो गया है। अकेले भीलवाड़ा की 12 ज्यादा इकाइयां साल भर में दो करोड़ मीटर कपड़ा अफगानिस्तान भेजती हैं।
सर्दी के सीजन में करीब एक करोड़ मीटर कपड़ा भेजा जाता था
सर्दी की सीजन को देखते हुए अगस्त-सितम्बर में करीब एक करोड़ मीटर कपड़ा अफगानिस्तान भेजा जाता है। यह कपड़ा 80 से 100 रुपए प्रति मीटर होता है। मगर तालिबानी कब्जे के चलते बीते एक माह से अस्थिरता का माहौल है। और सारी बुकिंग अटक गई हैं। इस सीजन का निर्यात फिलहाल टल गया।
भीलवाड़ा से भेजे जाने वाले कपड़े के ऑर्डर को निरस्त कर दिया गया
द चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव आरके जैन बताते हैं कि तालिबानी हमले की वजह से भीलवाड़ा से भेजे जाने वाले कपड़े के ऑर्डर निरस्त हो चुके हैं। भीलवाड़ा के उद्यमियों ने सीजन 2021 के लिए अफगानिस्तान भेजने वाले कपड़े की बुकिंग तो की थी। मगर अब कपड़ा भेजना संभव नहीं हो पा रहा है।