Bhopal/Atulya Loktantra : मध्य प्रदेश में हनीट्रैप का बड़ा खुलासा हुआ है. इंदौर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की. इंदौर पुलिस की निशानदेही पर एटीएस और भोपाल पुलिस ने धरपकड़ की तो उनके होश उड़ गए. हनीट्रैप में एक्सपर्ट यह गैंग कई नेताओं और अफसरों को ब्लैकमेल कर चुकी है. इंदौर में अभी फोन पर धमकी से ही काम चल रहा था जबकि भोपाल में यह गैंग कई नेताओं और अफसरों को अपना शिकार बना चुकी है.
हनी ट्रैप गैंग, फंसाकर वीडियो बनाती थी मास्टरमाइंड
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया कि इंदौर में नगर निगम में पदस्थ एक फरियादी की शिकायत पर ज्ञात हुआ कि एक महिला अपने अन्य साथियों के साथ उन्हें वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल कर रही है और 3 करोड़ रुपये की मांग कर रही है. इस पूरे मामले में थाना पलासिया में अपराध क्रमांक 405/19 के तहत धारा 419, 420, 384, 506, 120 बी व 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और केस को इन्वेस्टिगेशन में लिया गया.
ब्लैकमेलिंग की 50 लाख रुपये की रकम वसूलने के लिए ये लोग क्रेटा कार में भोपाल से इंदौर आए थे. इनमें आरती दयाल और मोनिका यादव गैंग की सदस्य थीं तो वहीं ओमप्रकाश कोरी, आरती का ड्राइवर था जो गाड़ी चला रहा था. इन तीनों को क्रेटा कार के साथ में प्रारंभिक रूप से पुष्टि होने के पश्चात पकड़कर गिरफ्तार किया गया. जब इनसे पूछताछ की गई तो इनके ग्रुप में भोपाल की कुछ अन्य महिलाएं भी शामिल थीं जिसमें भोपाल पुलिस की सहायता से अन्य महिलाओं को हिरासत में लिया गया.
हनी ट्रैप गैंग, फंसाकर वीडियो बनाती थी मास्टरमाइंड
इनके नाम श्वेता जैन पति विजय जैन, श्वेता जैन पति स्वप्निल जैन और बरखा सोनी पति अनूप सोनी हैं. इन तीनों से पूछताछ की गई. इस प्रकरण में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. इनका नेटवर्क, मोबाइल फोन व इससे जुड़े हुए जो गैजेट थे, वह जब्त किए गए हैं. आरोपी महिला श्वेता जैन से 14 लाख 17 हजार रुपये जब्त किए हैं. कार को भी सीज कर दिया गया है.
एसएसपी ने बताया कि फरियादी हरभजन सिंह नरेंद्र नगर निगम में कार्यरत है. उसे इंदौर के रोनक होटल में बुलाया गया और यहां पर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया. बाद में वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जा रहा था. इनकी पहचान कुछ महीने पहले हुई थी.
एसएसपी ने बताया कि फरियादी हरभजन सिंह नरेंद्र नगर निगम में कार्यरत है. उसे इंदौर के रोनक होटल में बुलाया गया और यहां पर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया. बाद में वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जा रहा था. इनकी पहचान कुछ महीने पहले हुई थी.
सूत्रों के अनुसार, अभी हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार में एक अतिरिक्त मुख्य सचिव की सेक्स सीडी वायरल हुई थी. सीडी वायरल होने के बाद एसीएस को फोर्स लीव पर भेज दिया गया था. उस मामले में जिस महिला का नाम सामने आया था, वह हनीट्रैप मामले में मुख्य आरोपी है.