दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में नया बंगला अलॉट हुआ है। इसका पता 95 लोधी एस्टेट है, ये टाइप 7 बंगला है। हालांकि AAP ने केजरीवाल के लिए टाइप-8 बंगले की डिमांड की थी।
पिछले साल 17 सितंबर को केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था। 4 अक्टूबर को परिवार समेत 6, फ्लैग स्टाफ मार्ग स्थित सीएम हाउस (बंगला) खाली करके लुटियंस दिल्ली में फिरोजशाह रोड पर बंगला नंबर-5 में शिफ्ट हुए थे। ये बंगला पंजाब से AAP के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को अलॉट है।
दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री के लिए सरकारी आवास का कोई प्रावधान नहीं है। इसी वजह से AAP ने अपनी नेता के लिए वैकल्पिक आवास के लिए कोर्ट का रुख किया था। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) से संपदा निदेशालय को केजरीवाल के लिए आधिकारिक आवास अलॉट करने की मांग की थी।
दिल्ली में कोई आधिकारिक CM हाउस नहीं है। केजरीवाल से पहले जाे भी CM हुए, वे अलग-अलग बंगलों में रह चुके हैं। 1993 में मदनलाल खुराना को 33 शामनाथ मार्ग, उनके बाद साहिब सिंह वर्मा को 9 शामनाथ मार्ग और शीला दीक्षित को पहले एबी-17 मथुरा रोड और दूसरे कार्यकाल में 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग वाला बंगला आवंटित किया गया था।
दिल्ली में मुख्यमंत्री अपनी सहूलियत के हिसाब से बंगला चुनते हैं। CM पद से हटने के बाद उन्हें अपने पुश्तैनी, निजी या किराए का कोई मकान लेकर रहना पड़ता है। इसके लिए अलग से कोई आवास भत्ता भी नहीं दिया जाता। आवास भत्ता कुल प्रतिमाह दी जाने वाली राशि में शामिल होता है।
CM पद से इस्तीफा देने के बाद अब केजरीवाल सिर्फ आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और नई दिल्ली से विधायक हैं। दिल्ली विधानसभा में अन्य राज्यों की तरह विधायकों को रहने के लिए बंगले नहीं दिए जाते। न ही पूर्व CM के तौर पर बंगला देने का नियम है।
केजरीवाल दिसंबर 2013 में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे। मुख्यमंत्री के तौर पर वे मध्य दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहे। फरवरी 2015 में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला तो वे उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित आवास में रहने चले गए।

