Patna/Atulya Loktantra : बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चारा घोटाला मामले में सनसनीखेज दावा किया है। भाजपा नेता ने बुधवार को कहा कि लालू यादव ने चारा घोटाला में अपने खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यू्रो (सीबीआई) को अपील करने से रोकने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली से गुहार लगाई थी। सुशील मोदी का दावा है कि लालू यादव ने कहा था कि उन्हें इस केस में यदि मदद दी जाती है तो वह इसके बदले में ‘नीतीश कुमार का इलाज 24 घंटे में कर देंगे।’
उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जब झारखंड हाई कोर्ट ने लालू यादव के पक्ष में यह कहते हुए फैसला सुनाया कि चारा घोटाले से जुड़े अन्य मामलों में सुनवाई करने की जरूरत नहीं है तब सीबीआई ने कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।’
सुशील मोदी ने कहा, ‘झारखंड हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने के लिए जब सीबीआई सुप्रीम कोर्ट गई तो लालू यादव ने अपने संदेश को वित्त मंत्री अरुण जेटली तक पुहंचाने के लिए प्रेम कुमार नाम के व्यक्ति को उनके पास भेजा। लालू चाहते थे कि जेटली चारा घोटाले में सीबीआई को उनके खिलाफ अपील करने से रोकें। बाद में लालू यादव और प्रेम गुप्ता दोनों ने अरुण जेटली से मुलाकात की और नीतीश सरकार को गिराने का प्रस्ताव रखा लेकिन जेटली ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह सीबीआई के कामकाज में दखल नहीं दे सकते क्योंकि यह एक स्वायत्त संस्था है।’
पिछले कुछ दिनों में बिहार की राजनीति में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल-युनाइटेड के बीच एक दूसरे पर सनसनीखेज आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाने की बातें सामने आई हैं। राजद नेता एवं लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने दावा किया है कि जद-यू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर दोनों पार्टियों के विलय का प्रस्तार लेकर आए थे लेकिन पार्टी ने उनके इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इस पर प्रशांत किशोर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ‘सार्वजनिक कार्यालय के दुरुपयोग और धन के दुरुपयोग के आरोपों में दोषी पाए जाने वाले लोग सच्चाई के संरक्षक होने का दावा कर रहे हैं। लालू जी जब चाहें, मेरे साथ मीडिया के सामने बैठ जाएं, सबको पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच क्या बात हुई और किसने किसको क्या ऑफर दिया।’