New Delhi/Atulya Loktantra : 23 मई को लोकसभा चुनाव नतीजों से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को दिल्ली में एनडीए दलों के नेताओं को रात्रिभोज देंगे। सूत्रों के मुताबिक, इसी दिन केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक भी होगी। रविवार को आए 10 में से 9 एग्जिट पोल्स में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया। भाजपा नेताओं को उम्मीद है कि नतीजे सर्वे के आंकड़ों से भी बेहतर होंगे। दूसरी ओर, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने भी नतीजों के दिन सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है।
भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि बंगाल के नतीजे राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए चौंकाने वाले होंगे। हमें यहां भाजपा के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। नरेंद्र मोदी को बंगाल से काफी समर्थन मिला। बंगाल में इस बार हम 2014 में मिली उत्तरप्रदेश जैसी कामयाबी हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही महागठबंधन पूरी तरह से फेल रहा। कई पार्टियों ने कोशिश की लेकिन एक भी राज्य में उन्हें कामयाबी नहीं मिली। अब मतदान के बाद भी कोशिश जारी है, लेकिन इसकी उम्मीद बहुत कम हैं।
एग्जिट पोल्स पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एग्जिट पोल्स को खारिज करते हुए कहा कि हमें असली नतीजों के लिए 23 मई का इंतजार करना चाहिए। पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में 56 एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए हैं। भारत में सरकार के डर से कोई चुनाव की सच्चाई नहीं बताता है।
तेदेपा प्रमुख और आंधप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि एग्जिट पोल्स जनता की नब्ज पकड़ने में नाकाम रहे। एक बार फिर यह गलत साबित होंगे। उम्मीद है कि आंध्र में तेदेपा सत्ता में लौटेगी और केंद्र में गैर-एनडीए दलों की सरकार बनेगी।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे एग्जिट पोल की गॉसिप पर भरोसा नहीं, यह सिर्फ ईवीएम में गड़बड़ी या उन्हें बदलने का एक गेम प्लान है। सभी विपक्षी दलों से अपील करती हूं कि एकजुट होकर लड़ाई लड़ें। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दिल्ली की मीडिया ने विश्वसनीयता खो दी? तथाकथित एग्जिट पोल्स सिर्फ भ्रमित करेंगे। हम जनता के फैसले का इंतजार करेंगे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया- सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। अब टीवी बंद करने और सोशल मीडिया से दूर रहने का वक्त है। 23 मई के नतीजे दुनिया देखेगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। 50 साल की राजनीति में इस पर भरोसा करने की कोई वजह नहीं। मुझे लगता है कि कांग्रेस न सिर्फ पंजाब बल्कि देशभर में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
सोनिया ने 23 मई को बुलाई गैर-एनडीए दलों की बैठक
यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने 23 मई को गैर-एनडीए दलों को बैठक के लिए बुलाया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का मानना है कि भाजपा को इस बार बहुमत नहीं मिलेगा। इसी के मद्देनजर यूपीए प्रमुख ने सेक्युलर पार्टियों के नेताओं को निमंत्रण भेजा है। इनमें शरद पवार, द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन, राजद और टीएमसी के नेता शामिल हैं। इसके लिए कांग्रेस ने चार नेताओं की टीम बनाई है, जिसमें अहमद पटेल, पी.चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत हैं।