दिल्ली/अतुल्यलोकतंत्र: नई पीढ़ी के नेटवर्क 5जी की टेस्टिंग कई देशों में हो रही है। कुछ महीने पहले ही सैमसंग ने अपना पहला 5जी स्मार्टफोन साउथ कोरिया में लॉन्च किया था, वहीं सैमसंग के अलावा चिपसेट निर्माता कंपनी क्वॉलकॉम और हुवावे जैसी कंपनियां भी 5जी को लेकर काम कर रही हैं।
इसी बीच चीन ने देश में 5जी के व्यवसायिक इस्तेमाल को लेकर हरी झंडी दे दी है। चीन के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमआईआईटी) ने गुरुवार को व्यापारिक इस्तेमाल के लिए 5जी लाइसेंस को मंजूरी दे दी है। ऐसे में इसे चीन के टेलीकॉम क्षेत्र में एक नए युग का आरंभ कहा जाएगा।
5जी की व्यापारिक घोषणा करते हुए चीन के एमआईआईटी मंत्री मियाओ वेई ने अपने एक बयान में कहा कि चीन विदेशी कंपनियों का देश के 5जी बाजार के निर्माण में स्वागत करता है। हालांकि 5जी का लाइसेंस फिलहाल चाइना टेलीकॉम, चाइना मोबाइल, चाइना यूनिकॉम और चाइना रेडियो एंड टेलीविजन को ही मिला है।
भारत में इसी साल होगी 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी, एक लाख गांव बनेंगे डिजिटल गांव, बताया जा रहा कि हाल ही में केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को पद ग्रहण के करने के बाद कहा कि हमारा पहला लक्ष्य 100 दिन के भीतर देश में 5जी का ट्रायल शुरू करना है। उन्होंने कहा कि सरकार इस साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी करने को प्रतिबद्ध है।
साथ ही कई रेडियो फ्रीक्वेंसी की भी नीलामी की जाएगी। ट्राई ने भी 5जी समेत करीब 8,644 मेगाहर्ट्ज टेलीकॉम फ्रीक्वेंसी की नीलामी की सिफारिश भेजी है। इससे करीब 5 लाख करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इसके अलावा देशभर में 5 लाख वाई-फाई हॉटस्पॉट बनाने की योजना पर भी तेजी से काम किया जाएगा।