Delhi/Atulayloktantra News : निर्मोही अखाडे को छोड बाकी हिन्दू संगठन मध्यस्थता के लिए तैयार हो गए है और बाबरी मस्जिद के पक्ष के लोग मध्यस्थता के लिए बिलकुल तैयार हैं। इस राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद को मध्यस्थता के लिए भेजा जाए या नहीं इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट आज निर्णय देगा।
– सुप्रीम कोर्ट ने कहा, राममंदिर का फैसला मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाया जाए।
आपको बताते दें कि कोर्ट चाहता है कि 70 साल से भी अधिक समय से जारी अयोध्या विवाद का मध्यस्थता के जरिए सर्वमान्य समाधान निकाला जाए। बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यह केवल जमीन का नहीं बल्कि लोगों की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ मामला है।
मुख्य न्याधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने बुधवार को इस मुद्दे पर विभिन्न पक्षों को सुना था। अब पीठ अगर मामले को मध्यस्थता के जरिए समाधान करने के लिए भेजती है तो इसे साहसिक निर्णय माना जाएगा हालांकि हिंदू पक्ष इस कदम का विरोध कर रहे हैं और उन्होंने इसे समय की बर्बादी करार दिया है। आपको बताते जाए कि इस पीठ में मुख्य न्याधीश के अलावा जस्टिस एसए बोबडे, डीवाई चंद्रचूड, अशोक भूषण और एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।