दिल्ली/अतुल्यलोकतंत्र: उमा भारती ने गुप्ता बंधुओं की शादी पर भी टिप्पणी करते हुए लिखा कि हमारे देश में शादी के नाम पर होने वाली फिजूलखर्ची ही कन्याओं की भ्रूण हत्या का कारण है। “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे देश में ऐसी शादियों पर रोक लगनी चाहिए।
उमा भारती ने एक ट्वीट कर कहा कि उत्तराखंड में डेस्टिनेशन वेडिंग होना चाहिए। टूरिज्म को भी बढ़ावा देना जरूरी है। लेकिन पहले यह अध्ययन करना भी जरूरी है। कि रोजगार बढ़े, राज्य के विकास में योगदान हो इसकी जगह कहीं उल्टा ना हो जाए कि राज्य के अभावग्रस्त लोगों को हताशा एवं कुंठा घेर ले तथा वह अपने को वंचित समझें।
शादी में इस प्रकार के फूहड़ खर्चे एवं अपने धन का ऐसा प्रदर्शन ही इस देश में माओवाद एवं नक्सलवाद के जन्म का कारण बना है, बाद में विदेशी शक्तियों ने हमारे देश को कमजोर करने के लिए इसका दुरुपयोग किया है किंतु जन्म तो आर्थिक विषमता ने ही दिया हैl
उमा भारती ने यह भी कहा कि वे गुप्ता बंधुओं को नहीं जानती। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं नहीं जानती कि गुप्ता बंधु कौन हैं. उन्हें सुझाव दूंगी कि अपना कुछ पैसा दुर्दशा का शिकार जोशीमठ के शंकराचार्य मठ पर खर्च करें, कुछ पैसा पेयजल, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के संकट निवारण के लिए दें तथा शांति से कुछ पंडितों एवं परिजनों की मौजूदगी में अपने बच्चों को विदा करके ले जाएं।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका से ताल्लुक रखने वाले NRI गुप्ता बंधुओं के दो बेटों की हाई-प्रोफाइल शादी उत्तराखंड के शानदार हिल स्टेशन औली में होने जा रही है। हाई प्रोफाइल इसलिए कि शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कौन हैं गुप्ता ब्रदर्स
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से 1993 में तीन भाई अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे। इन तीनों भाइयों के दक्षिण अफ्रीका में बिजनेस का विशाल साम्राज्य खड़ा करने की कहानी बिल्कुल फिल्मी है। दक्षिण अफ्रीका के व्यापार जगत में तीनों भाइयों का बड़ा नाम है. इनकी कई बड़ी कंपनियां हैं। जोहानिसबर्ग और केपटाउन में सैकड़ों एकड़ में फैला आलीशान विला है। मौजूदा दौर में गुप्ता बंधु के दक्षिण अफ्रीका में कंप्यूटरिंग, माइनिंग, एयर ट्रेवल, एनर्जी, टेक्नॉलॉजी और मीडिया का बिजनेस फैला हुआ है।