New Delhi/Atulya Loktantra : ग्रेटर कैलाश-1 स्थित केआर मंगलम स्कूल में एसडीएम की टीम ने छापा मारकर 2500 लीटर डीजल अपने कब्जे में किया है। यह डीजल यहां अंडर ग्राउंड बड़े से टैंक में रखा गया था। स्कूल के पास फायर एनओसी के डॉक्यूमेंट्स भी नहीं मिले हैं। इतनी बड़ी मात्रा में डीजल मिलने से पैरंट्स में हड़कंप मच गया है। पैरंट्स ने चिंता जताई कि उनके बच्चों को जिंदा बम पर बिठा रखा था। पैरंट्स ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पैरंट्स को वॉटस एप मैसेज भेजकर छापे की जानकारी दी। एसडीएम ने जब स्कूल में छापा मारा तो वह स्कूल में 2500 लीटर डीजल देखकर हैरान रह गए। उन्होंने इतनी मात्रा में डीजल रखे जाने पर स्कूल प्रशासन से पूछा कि डीजल क्यों रखा गया है। प्रशासन की ओर से स्कूल के जनरेटर के लिए डीजल रखने का हवाला दिया गया।
एसडीएम ने सुरक्षा के लिए टैंक में भरवाया रेत
एसडीएम ने डीजल कब्जे में ले लिया। जिस टैंक में डीजल रखा था, वहां रेत डलवा दिया है ताकि कोई अनहोनी न हो। पैरंट्स ने कहा स्कूल प्रशासन ने 7वें वेतन आयोग के नाम पर फीस में 10 हजार रु. की बढ़ोतरी कर दी है। छठे पे कमीशन के नाम पर भी स्कूल की ओर से फीस बढ़ाई गई थी। जब ऑडिट हुआ तो कई खामियां मिलीं। जिसके बाद शिक्षा निदेशालय की ओर से पैसे लौटाने की बात कही गई, लेकिन पैसे नहीं लौटाए गए। पैरंट्स का कहना है कि एक तरफ स्कूल प्रशासन फीस बढ़ाता है तो दूसरी तरफ हमारे बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
‘दबाव बनाने को हुई कार्रवाई’
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य जयदेव गुप्ता का कहना है एसडीएम को यहां डीजल नहीं मिला। बिल्डिंग निर्माण के समय टैंक बनवाया था। स्कूल में 500 केवी के 4 जनरेटर हैं। डीजल रखना पड़ता है इसे टैंक में नहीं रखते। पेट्राेलियम एक्ट के तहत 2500 ली. रखने की इजाजत की जरूरत नहीं है। स्कूल के पास 2021 तक फायर एनओसी है। स्कूल ने फीस बढ़ाई है और प्राइवेट जमीन पर बने है ताे दबाव बनाने की कार्रवाई है।