पलवल। पुलिस अधीक्षक पलवल डॉक्टर अंशु सिंगला ने आमजन को जागरुक करते हुए कहा है कि आधुनिकता के इस युग में साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से साइबर फॉड को अंजाम दे रहें है। सावधानी व सतर्कता ही साइबर अपराधियों के चंगुल से बचने का बेहतर उपाय है। उन्होंने बताया कि जिला पुलिस द्वारा साइबर अपराधों के प्रति आमजन को जागरुक करने के लिए पुलिस लगातार सेमिनार में गोष्ठियों के माध्यम से आमजन में जागरूकता कार्यक्रम कर एडवाजरी जारी कर रही है, तथा विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन कर आम लोगों को इसके बारे में जागरूक भी किया जा रहा है। एसपी पलवल डॉक्टर अंशु सिंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि आमजन को साइबर अपराधों के प्रति जागरुक करने हेतू जिला पुलिस द्वारा समय समय पर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाता हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरुकता व सतर्कता ही सबसे बडा उपाय है।
साइबर ठगी से बचने के लिए निम्न बातों का रखे ध्यान-
- ऑनलाइन खरीदारी करते समय चैक करें वैबसाइट के यूआरएल में एचटीटीपीएस हो न की खाली एचटीटीपी।
- अगर कोई अपरिचित व्यक्ति किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कहता है तो एप्लीकेशन डाउनलोड न करें।
- किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नम्बर वा कार्ड की एक्सपायरी एवं कार्ड पर पीछे लिखे तीन डिजिट के सीवीवी नम्बर को किसी के साथ शेयर न करें।
- किसी अपरिचित नंबर से आपके पास फोन मैसेज या व्हाट्सएप मैसेज पर कोई लिंक या फोटो आए तो उस पर क्लिक न करें।
- नेटवर्क को 5जी नेटवर्क में शिफ्ट करवाने के नाम पर धोखाधडी करने वाले से सुरक्षित रहें।
- अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की फोटो को सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर डीपी (Display Picture) के रूप में प्रयोग कर धोखाधडी कर रहे हैं, सावधान रहें।
- व्हाट्सएप पर किसी भी अज्ञात नम्बर से आई किसी भी प्रकार की विडियो या ऑडियो कॉल को रिसीव ना करें। ठगी होने पर तुरन्त हैल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल करें।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आमजन जागरुकता से ही साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बच सकते हैं। इसके बावजूद अगर कोई व्यक्ति साइबर क्राइम के शिकार होते हैं, तो तुरन्त भारत सरकार द्वारा जारी साइबर क्राइम हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर काल करें। 1930 पर तुरन्त शिकायत करने पर आपका पैसा सुरक्षित वापिस आ सकता है।